नई दिल्ली। असम में जारी हुए नेशनल रजिस्टर आॅफ सिटीजंस की रिपोर्ट पर वहां रहने वाले करीब 40 लाख लोगों को अवैध माना गया है। इस बात को लेकर मंगलवार को राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने वेल में आकर हंगामा कर दिया। सभापति वेंकैया नायडू ने सभी लोगों को शांत कराने की कोशिश करते रहे लेकिन सांसद नहीं माने। इसके बाद भारी हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही 1 बजकर 10 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
गौरतलब है कि असम एकाॅर्ड के तहत ही काम कर रही है। अमित शाह ने कांग्रेस सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि एनआरसी शुरू तो उन्होंने ने ही किया लेकिन उनमें इतनी हिम्मत नहीं थी कि इसे लागू करते। हमारी सरकार ने हिम्मत दिखाते हुए यह काम कर रही है। उन्होंने कहा कि असम में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिए आकर बस गए जिससे देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। इस बात को लेकर तृणमूल कांग्रेस के सांसद उत्तेजित हो गए और सभापति के सामने आकर हंगामा करने लगे।
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यहां बता दंे कि अमित शाह ने कहा कि एनआरसी असम समझौते के तहत ही किया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के सांसद पर सीधा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग अवैध तरीके से आए घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं। इसमें इतनी हिम्मत नहीं है कि वे इनकी पहचान कर पाएं।