नई दिल्ली । आतंकपोषित राष्ट्र की छवि के साथ दुनिया के सामने कई बार अपने लिए आर्थिक पैकेज की गुहार लगाने वाले पाकिस्तान ने , अब कोरोना वायरस को अपनी आर्थिक बदहाली में मदद का रास्ता बनाया है । पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने विश्वसमुदाय से अपील की है कि वह पाकिस्तान को दिए गए लोन को माफ करके उन्हें इस महामारी से निपटने में उनकी मदद करें । उन्होंने विदेशी मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोरोना का विस्तार जिस तरह से फैल रहा है , हमारे पास उससे निपटने के लिए चिकित्सीय सुविधाएं नहीं हैं । ऐसे में विश्व समुदाय को हमारी ओर देखना चाहिए । इमरान खान आज शाम पाकिस्तान की जनता को भी इस समस्या को लेकर संबोधित करेंगे ।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते मंगलवार को पाकिस्तान में भी एक शख्स की मौत हो गई है , वहीं 180 से ज्यादा लोगों के संक्रमित होने की खबर है । इस सबके बीच पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने अपने एक बयान में कहा कि इस समय अपने देश की आर्थिक स्थिति के बीच कोरोना वायरस व्यापक नुकसानदायक साबित हो सकता है । उन्होंने कहा की हमारे देश में हेल्थ फैसिलिटी अच्छी नहीं है , न केवल हमारी बल्कि भारत और सब कॉन्टीनेंट , अफ्रीक्रन देशों में स्थिति अच्छी नहीं है ।
हमारी और दुनिया में आर्थिक मंदी के चलते मेरी सबसे बड़ी चिंता है गरीबी और भुखमरी की । ऐसे में हम विश्व समुदाय की ओर देख रहे हैं । इस दौरान उन्होंने इरान का उदाहरण देते हुए स्थिति खराब होने की बात कही । उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से गरीब देशों की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा । अगर यहां पर हालात बिगड़ते हैं तो मेडिकल व्यवस्था नहीं संभाल पाएगी, ऐसा सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारत में भी होगा ।
इमरान खान ने कहा कि यही कारण है कि बड़े देशों को छोटे देशों की मदद करनी चाहिए और आर्थिक मदद देनी चाहिए । पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने ईरान का उदाहरण दिया और कहा कि ईरान पर सैंक्शन लगे हुए हैं, इस वजह से वहां पर मौतें हो रही हैं ।
पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान के ये हाल तब हैं जब पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने सार्क देशों के सदस्यों के प्रधानमंत्रियों की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित की थी , जिसमें इमरान ने खुद न आते हुए अपने एक जूनियर मंत्री को भेज दिया । पाकिस्तान सरकार की नासमझी तब नजर आई , जब इमरान खान का प्रतिनिधित्व करने आया यह मंत्री कोरोना को लेकर बुलाई गई इस कॉफ्रेंसिंग में जम्मू-कश्मीर का राग अलापा देखा गया ।