नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक बार फिर से अपना नाम इतिहास में दर्ज करा दिया है। देर शाम इसरो ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 2 विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण किया है। बताया जा रहा है कि पीएसएलवी-सी42 अंतरिक्षयान के द्वारा छोड़े गए ये दोनों उपग्रह ब्रिटेन के हैं और उनका नाम नोवाएसएआर और एस1-4 है। ये उपग्रह पृथ्वी का अवलोकन करेंगे। इसरो के अधिकारियों ने बताया कि प्रक्षेपण पूरी तरह से सफल रहा है।
गौरतलब है कि ब्रिटेन के उपग्रह नोवाएसएआर का इस्तेमाल वन्य मानचित्रण, भू उपयोग और बर्फ की तह की निगरानी, बाढ़ और आपदा निगरानी के लिए किया जाना है। वहीं एस 1-4 का उपयोग संसाधनों के सर्वेक्षण, पर्यावरण निगरानी, शहरी प्रबंधन तथा आपदा निगरानी के लिए किया जाएगा। बता दें कि इसरो ने करीब 6 महीने पहले आईएनआरएसएस-1आई नौवहन उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था।
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यहां बता दें कि डीआरडीओ ने भी अपने ही देश में निर्मित मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपीएटीजीएम) का रविवार को अहमदनगर रेंज से दूसरी बार सफल उड़ान परीक्षण किया है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने डीआरडीओ की टीम, भारतीय सेना और संबंधित उद्योग जगत को एमपीएटीजीएम की इस दोहरी सफलता के लिए बधाई दी।