नई दिल्लीः नोटबंदी का असर इस साल आपके टैक्स रिटर्न में भी दिखाई देने वाला है। सरकार ने व्यवस्था बनाई है कि नोटबंदी के दौरान जो भी रकम बैंक में जमा की गई है, वह इनकम टैक्स रिटर्न में दिखानी होगी। इसके लिए आईटीआर फॉर्म में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। सैलरी इनकम वाले लोगों के लिए आईटीआर-1 फॉर्म बनाया गया है, जिसमें एक कॉलम नोटबंदी के दौरान जमा कराई गई रकम के लिए भी है। टैक्स अधिकारियों के अनुसार 8 नवंबर से 30 दिसंबर तक की नोटबंदी की अवधि के दौरान किसी व्यक्ति या संस्था की ओर से किए गए सभी डिपॉजिट की जानकारी देने के लिए एक नया कॉलम बनाया गया है।
अब आधार नंबर देना होगा अनिवार्य
नए आईटीआऱ फॉर्म में आधार नंबर देने के लिए भी कॉलम बनाया गया है। पिछले साल तक आधार देना या न देना व्यक्ति की इच्छा पर था, लेकिन अब यह अनिवार्य कर दिया गया है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आधार के इस्तेमाल से आईटीआर का ई-वेरिफिकेशन किया जाना जारी रहेगा।
सैलरी क्लास के लिए सहज फॉर्म
इनकम टैक्स विभाग के एक अधिकारी के अनुसार सैलरी क्लास लोगों के लिए सहज फॉर्म बनाया गया है, जोकि आसान है। इसमें ज्यादा विवरण देने के लिए स्थान दिया गया है। सभी डिडक्शंस, एसेट्स और लायबिलिटीज की जानकारी देने के लिए इस फॉर्म में कॉलम एक साथ कर दिए गए हैं। उम्मीद है कि नए आईटीआर फॉर्म 1 अप्रैल से जारी होंगे। इस बार 9 नए आईटीआर फॉर्म जारी किए जाएंगे। 31 जुलाई तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना होगा।