नई दिल्ली । कानपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके बदमाशों द्वारा गिरफ्तार करने आई पुलिस टीम पर हमला करने और 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने पर अब विपक्ष ने आड़े टेढ़े आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं । पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार पी चिदंबरम ने अब इस घटना पर कहा कि विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि प्रशिक्षित पुलिस टीम सूर्यास्त के बाद एक कुख्यात अपराधी के इलाके में जाने का फैसला करेगी । त्रासदी पहले से तय थी । यूपी सभी मायनों में काफी पिछड़ा हुआ है, इसलिए उत्तर प्रदेश की सरकार को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए । भाजपा, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को भी दोष नहीं दे सकती क्योंकि यहां 30 साल पहले 1985-89 तक ही कांग्रेस सत्ता में थी । वो तो यही सोच रही होगी कि किसे दोषी ठहराया जाए?
बता दें कि इस घटनाक्रम को लेकर चिदंबरम ने एक ट्वीट कर नई राजनीतिक बयानबाजी को शुरू कर दिया है । चिदंबरम ने इस घटनाक्रम के बहाने राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा । चिदंबरम ने खतरनाक अपराधी के घर सूरज ढलने के बाद जाने के फैसले को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि प्रशिक्षित पुलिस टीम सूर्यास्त के बाद एक कुख्यात अपराधी के इलाके में जाने का फैसला करेगी । त्रासदी पहले से तय थी ।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है । इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख्त कार्रवाई करनी चाहिए । कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए । यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं । आमजन-पुलिस तक सुरक्षित नहीं है ।
उधर , कानपुर गोलीकांड मामले में कानपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया है । कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने ये कार्रवाई की है । असल में अबतक की जांच में ये बात सामने आई है कि पुलिस से ही जुड़े कुछ अफसरों ने अपराधी विकास दुबे को पुलिस रेड की पूर्व सूचना दे दी थी ।