अहमदाबाद।
देश में गौरक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दु:ख जताया। गुरुवार को अपनी दो दिवसीय गुजरात यात्रा पर गए पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम में गौरक्षा के नाम पर हत्या करने वालों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने गुजरात के साबरमती आश्रम में कहा कि वर्तमान माहौल पर उन्हें गहरी पीड़ा है। उन्होंने गौरक्षकों को महात्मा गांधी और विनोबा भावे के जीवन से सीख लेने की नसीहत दी।
साबरमती आश्रम की 100वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि क्या किसी इंसान को मार देना गौरक्षा है? उन्होंने कहा कि देश को अहिंसा का पालन करना होगा, क्योंकि यही हमारे मूलभूत संस्कार है। इंसान को कानून हाथ में लेने का हक नहीं है। उन्होंने कहा, गौभक्ति के नाम पर लोगों को मारना स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, यह अहिंसा की धरती है, महात्मा गांधी की धरती है। हम यह बात क्यों भूल जाते है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और विनोबा भावे से ज्यादा गौरक्षा की बात किसी ने नहीं की, लेकिन जो हालात हैं वह अस्वीकार्य हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, बढ़िया कहा सर। उम्मीद करता हूं कि लोग आपकी बात मानेंगे और वैसा ही व्यवहार करेंगे।
बता दें कि देश के कई हिस्सों में पिछले दिनों गौरक्षकों द्वारा लोगों को पीट-पीटकर मार देने की घटनाएं सामने आ रही थीं। इन घटनाओं को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।