Saturday, May 18, 2024

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तत्काल टिकट घोटाले का मास्टरमाइंड निकला सीबीआई का प्रोग्रामर, छापेमारी में मिली बड़ी रकम 

अंग्वाल न्यूज डेस्क
तत्काल टिकट घोटाले का मास्टरमाइंड निकला सीबीआई का प्रोग्रामर, छापेमारी में मिली बड़ी रकम 

नई दिल्ली। मिनटों में तत्काल टिकट खत्म हो जाने के पीछे एक बड़ा घोटाला सामने आया है। इस घोटाले के पीछे देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के असिस्टेंट प्रोग्रामर अजय गर्ग का हाथ बताया जा रहा है। उन्होंने ने ही ऐसा साॅफ्टवेयर तैयार किया जिसके चलते तत्काल टिकटों की एक साथ बुकिंग के कारण मिनटों में टिकट खत्म हो जाया करते थे। अब सीबीआई ने अपने इस प्रोग्रामर को गिरफ्तार कर लिया है।

आम लोगों से वसूलता था अधिक रकम

गौरतलब है कि अजय गर्ग के इस साॅफ्टवेयर को बुकिंग एजेंटों तक जौनपुर के अनिल कुमार गुप्ता नाम का आदमी पहुंचाता था। इस वजह से बुकिंग एजेंटों को अजय गर्ग के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती थी। बता दें कि एक बार सॉफ्टवेयर मिलने के बाद बुकिंग एजेंट एक साथ सैंकड़ों तत्काल बुक कर सकता था और इसके एवज में जरूरतमंदों से मोटी रकम वसूलता था। इस तरह से होने वाली अतिरिक्त कमाई का एक हिस्सा अनिल कुमार गुप्ता के पास जाता था जो बाद में अजय गर्ग तक उसका हिस्सा पहुंचा देता था।

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हाईटेक घोटाले का पर्दाफाश

आपको बता दें कि इस बड़े तकनीकी घोटाले में अजय गर्ग एक-एक टिकट की बुकिंग पर अपनी नजर रखता था और अपना हिस्सा बिटक्वाइन में लेता था। नकदी की जरूरत पड़ने पर हवाला के जरिए भी पैसे मंगा लेता था। यही नहीं, जब भी अनिल कुमार गुप्ता दिल्ली आता था तो वह सीधे नकद भी गर्ग को हिस्सा दे देता था।


सालों  से जारी था यह खेल

सीबीआई के अनुसार टिकट घोटाले का यह खेल एक साल पहले से चल रहा था। सीबीआई के अधिकारी ने बताया कि सीबीआई में आने से पहले अजय गर्ग आईआरसीटीसी में प्रोग्रामर था। आईआरसीटीसी में 2007 से 2011 के बीच नौकरी करते हुए उसने उसकी वेबसाइट की खामियों को पहचाना और नया सॉफ्टवेयर बनाकर उसे कमाई की साजिश में जुट गया। अब टिकट घोटाले की जानकारी मिलने पर सीबीआई ने अजय गर्ग और अनिल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। साकेत की विशेष सीबीआई अदालत ने अजय गर्ग को 5 दिनों की सीबीआई की रिमांड में भेज दिया है जहां उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं अनिल गुप्ता को जौनपुर से दिल्ली लाया जा रहा है। 

छापेमारी में मिली बड़ी रकम

बता दें कि दोनों की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने दिल्ली, मुंबई और जौनपुर में 14 स्थानों पर छापा मारा। छापे में 89 लाख रुपये नकद, 61 लाख रुपये के सोने की ज्वेलरी, 15 हार्डडिस्क, 52 मोबाइल फोन, 24 सिम कार्ड, 10 नोटबुक, छह रॉउटर, चार डोंगल, 19 पेन ड्राइव और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। 

 

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