नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार देश के नेताओं की सुरक्षा को लेकर एक ओर बड़ा फैसला लिया है । पिछले दिनों सरकार ने गांधी परिवार को मिलने वाली SPG सुरक्षा हटाते हुए उन्हें Z प्लस सुरक्षा मुहैया करवाई थी, लेकिन अब खबर है कि अब सरकार ने सभी VIP लोगों की सुरक्षा से NSG कवर हटाने का बड़ा फैसला लिया है । सूत्रों के अनुसार , सरकार अपनी नई व्यवस्था के तहत देश के विशिष्ट लोगों को सुरक्षा देने के काम से अब राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानी NSG को दूर रखेगी । हालांकि इससे पहले भी गृहमंत्रालय सोनिया गांधी , प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की SPG सुरक्षा हटाने के साथ-साथ कई बड़े नेताओं की अन्य सुरक्षा को घटा चुकी है , जिसमें पूर्व पीएम तक शामिल हैं । बहरहाल, सरकार के इस फैसले के बाद एनएसजी के करीब 450 कमांडोज वीआईपी को सुरक्षा देने से मुक्त हो जाएंगे । उन्हें फोर्स के मूल काम पर लगाया जाएगा । वहीं सुरक्षा कवर से हटने के बाद देश में मौजूद एनएसजी के पांच ठिकानों पर इनकी तैनाती की जाएगी, ताकि जरूरत पड़ने पर वहां से इनकी सेवाएं ली जा सकें ।
बता दें कि देश में 84 दंगों के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानी NSG का गठन किया गया था । पिछले 2 दशकों से एनएसजी को देश के अति विशिष्ठ लोगों की सुरक्षा में भी तैनात किया गया था । लेकिन अब दो दशक के बाद NSG के ब्लैक कैट कंमाडोज को अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा से दूर रखा जाएगा ।
विदित हो कि आधुनिक हथियारों से लैस यह खास सुरक्षा दस्ता वीआईपी लोगों को सुरक्षा कवर देता है जो फिलहाल जेड प्लस सुरक्षा हासिल 13 अति विशिष्ट लोगों को मिली हुई है । ऐसे हर वीआईपी की सुरक्षा में करीब 2 दर्जन कमांडो तैनात रहते हैं। मिली जानकारी के अनुसार , इस समय केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , पूर्व सीएम मायावती, मुलायम सिंह यादव, चंद्रबाबू नायडू, प्रकाश सिंह बादल, फारूक अब्दुल्ला , असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को एनएसजी सुरक्षा मिली हुई है । सरकार की योजना के मुताबिक वीआईपी लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CISF और CRPF जैसे अर्धसैनिक बलों को दी जा सकती है जो पहले ही करीब 130 हाई प्रोफाइल लोगों की सुरक्षा में तैनात हैं।
पिछले कुछ समय में CRPF को ऐसे पांच अतिविशिष्ट लोगों की सुरक्षा सौंपी गई है जिन्हें पहले SPG कवर हासिल था। इनमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी से लेकर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी , लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की सुरक्षा है । वहीं सीआईएसएफ पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी है।
यूं तो एनएसजी का मुख्य काम एंटी टेरर ऑपरेशन समेत देश के कुछ खास ऑपरेशन को अंजाम देना है , लेकिन इन ब्लैक कैट कमांडों को विशिष्ट लोगों की सुरक्षा में तैनात करना स्पेशल फोर्स पर बोझ था । इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से यह फैसला लिया है ।