नई दिल्ली। बिहार के भागलपुर में एक धार्मिक जुलुस के दौरान भड़के दंगे पर प्रतिक्रिया देते हुए केन्द्र में राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है कि उनका बेटा स्वयंसेवक है। बता दें कि उनके बेटे अरिजीत शाश्वत पर आरोप लगा था कि उसने जानबूझकर रैली उन्हीं इलाकों में आयोजित कराई जहां मुस्लिम ज्यादा तादाद में रहते हैं ताकि धार्मिक भावनाओं को भड़काया जा सके।
गौरतलब है कि अश्विनी चैबे ने कहा कि जिस वक्त ऐसा हुआ उस वक्त वे पटना में थे और उनके आगे पुलिस की गाड़ी चल रही थी, वीडियो क्लीपिंग में इस बात की जानकारी मिल सकती है। आपको बता दें कि अश्विनी चौबे ने कहा कि धार्मिक जुलुस मंे कुछ अराजक तत्व घुस गए, पुलिस उन लोगों को पकड़ने के बजाय अरिजीत शाश्वत पर आरोप लगा रही है। चौबे ने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है।
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यहां बता दें कि भागलपुर के नाथनगर इलाके में 3 मार्च को एक धार्मिक जुलुस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी जिसके बाद विवाद बढ़ने पर दोनों ओर से पत्थरबाजी भी की गई थी। उन्होंने कहा कि मैं घटना स्थल से तीन-चार किलोमीटर दूर था। तभी पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस बात को लेकर बिहार विधानसभा में भी काफी हंगामा हुआ था और उसकी कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि पुलिस की निगरानी में सभी नियमों का पालन करते हुए इस रैली का आयोजन करवाया गया। पुलिस के मुताबिक दो समुदायों के बीच हुई इस झड़प में तीन पुलिसवाले जख्मी हो गए हैं। पुलिस अधिकारी से मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, पत्थरबाजी 45 मिनटों तक चलती रही।