भोपाल । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले शिवराज सिंह सरकार पर उनके ही बनाए गए राज्यमंत्री कंप्यूटर बाबा ने गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही है। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि शिवराज सिंह सरकार में शामिल होने से पहले मैंने नर्मदा को स्वच्छ करने, मठ-मंदिरों की सुरक्षा , पौधरोपण और नर्मदा के अवैध खनन रोकने संबंधी कई मुद्दों को लेकर अपनी बात रखी थी। हालांकि 6 महीने के कार्यकाल के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने किए गए वादों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि जब इस मुद्दे पर सीएम से बात की गई तो उन्होंने चुनावों का हवाला देते हुए इन मुद्दों पर अभी कोई काम नहीं पाने की बात कही । उन्होंने इस दौरान कहा कि शिवराज सरकार अधर्म की सरकार है। इस सरकार में धर्म नाम की कोई चीज नहीं है। संतो की झोपड़ियां तोड़ी जा रही है इस सरकार के कार्यकाल में।
संतों को भाजपा-संघ का बताया जाता है
न्यूज चैनल आजतक द्वारा आयोजित पंचायत आजतक के कार्यक्रम में शिरकत करने आए कंप्यूर बाबा ने कहा कि पिछले 15 सालों से शिवराज सिंह चौहान राज्य की सत्ता पर काबित हैं। उनके शासनकाल के दौरान संतों पर कुछ ऐसी मुहर लग गई है कि संत या तो संघ से जुड़े हुए हैं या भाजपा के समर्थक हैं।
ये हमें मूर्ख बनाते हैं
इस दौरान कंप्यूटर बाबा ने कहा कि एक बार फिर से लोकसभा और विधानसभा चुनावों का समय आ गया है। एक बार फिर से राम मंदिर का मुद्दा उठने लगा है। एक बार फिर से हम बाबाओं को एकत्र किया जाएगा , लेकिन ध्यान रहे शिवराज सरकार की अब हम साधू-संत भी संभल गए हैं। हम सम0झ गए हैं कि राजनेता हमें मूर्ख बनाते हैं।
भाजपा मंदिर नहीं बनाएगी
भाजपा और राज्य सरकार पर गुस्सा जाहिर करते हुए कंप्यूटर बाबा ने कहा कि यह बात तो तय हो गई है कि यह सरकार मंदिर बनाने वाली नहीं है। साधू-संतों को लेकर जिस तरह की हवा उड़ाई गई है, उससे अब संत समाज सतर्क हो गया है। पूरे समय इन्होंने गौ रक्षा , नर्मदा बचाओ अभियान को लेकर रोटियां सैकी, लेकिन एक बार जीत जाने के बाद ये फिर से संत समाज की ओर नहीं देखेंगे।