नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली में 'इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन कंज्यूमर' का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुड्स एवं सर्विस टैक्स (GST) से कारोबारियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। साथ ही इससे नए बिजनेस कल्चर की भी शुरुआत होगी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि GST से देश में काफी बदलाव आए हैं। जहां एक और महंगाई कम हुई वहीं इसके चलते समाज के गरीब और मध्यम वर्ग को काफी लाभ होगा। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने कहा कि हम अपनी न्यू इंडिया मुहिम के तहत आने वाले समय में ग्राहकों के लिए नियमों में भी बदलाव करेंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक पेंफलेंट छापकर बिल्डर लोगों से पैसे नहीं बटोर पाएंगे।
'इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन कंज्यूमर' में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम नए उपभोक्ता कानून बना रहे हैं, जिससे भ्रामक विज्ञापनों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकेगी। साथ ही उपभोक्ता के हितों की रक्षा करना गर्वनेंस की अहम जिम्मेदारी है। GST की वजह से वह सभी छिपे हुए टैक्स खत्म हो गए, जिनके चलते कारोबारियों और लोगों को भारी परेशानियां होती थीं। हमारा लक्ष्य 2022 तक हर मध्यमवर्गीय परिवार को बिजली और घर देने का है। PM ने उपभोक्ताओं के हितों और उनकी रक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार की कोशिश रहेगी कि उपभोक्ताओं के हितों का हनन न हो।
इस दौरान पीएम ने कहा उपभोक्ता संरक्षण सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है और इसके लिए वह एक नया कानून बना रही है। पूर्व, दक्षिण और दक्षिण पूर्वी देशों के लिए उपभोक्ता संरक्षण पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, 'उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत, भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ कड़े प्रावधान किए जा रहे हैं। पीएम ने कहा, सैंकड़ों हजारों सालों से भारत में उपभोक्ता संरक्षण की व्यापक चर्चा रही है। हमारे यहां ग्राहक को भगवान माना जाता है। चाहे काई भी व्यापार हो, उसका एकमात्र मकसद कंज्यूमर की संतुष्टि होना चाहिए।
जानिए इस दौरान और क्या कहा पीएम ने
-हम आज देश की जरूरतों, व्यापारिक तौर-तरीकों को ध्यान में रखते हुए कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जा रहा है, जिसमें कंज्यूमर की परेशानियों को ध्यान में रखा जा रहा है.
-पहले बिल्डरों की मनमानी की वजह से लोगों को सालों तक अपने घर का इंतजार करना पड़ता था.
-अब खरीदार से मिलने वाली 70 फीसदी वाली राशि को उसी प्रोजेक्ट पर ही खर्च किया जाएगा.
-खराब क्वालिटी की वस्तुओं को बाजार से वापस लेने और ग्राहकों को मुआवजा देने का भी प्रावधान किया गया है.
-भारत में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने सिर्फ मेरे कहने मात्र से अपनी गैस सब्सिडी को सरेंडर कर दिया.
-आज भी मेरे देश में ईमानदारी और समाज के लिए कुछ करने की भावना जन-जन में व्याप्त है.