नई दिल्ली। बोर्ड परीक्षाओं में लगातार हो रहे नकल पर लगाम लगाने के लिए बिहार सरकार ने भी अपनी तैयारी सख्त कर दी है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 21 फरवरी से शुरू होने वाली बिहार बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों के जूते-मोजे पहनकर आने पर रोक लगा दी है। परीक्षा समिति के निर्देश के अनुसार, इसमें शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा के दिन जूता और मोजा के बजाय चप्पल पहनकर आना होगा।
गौरतलब है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस निर्देश को वार्षिक माध्यमिक परीक्षा में लागू करने का निर्णय लिया गया है। ‘माध्यमिक परीक्षा-2018’ का आयोजन राज्य के 1426 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में 21 से 28 फरवरी के बीच होगा। इस साल मैट्रिक परीक्षा में लगभग 17.70 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे।
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