Saturday, May 11, 2024

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एनपीएस में अब 60 के बजाय 65 साल के नागरिक भी हो सकते हैं शामिल, जानें इससे जुड़ी खास बातें

अंग्वाल न्यूज डेस्क
एनपीएस में अब 60 के बजाय 65 साल के नागरिक भी हो सकते हैं शामिल, जानें इससे जुड़ी खास बातें

नई दिल्ली। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने प्राईवेट क्षेत्र में काम करने वाले ग्राहकों को एक बड़ी राहत दी है। प्राधिकरण ने इसमें शामिल होने की उम्र में इजाफा कर दिया है। अब 60 के बजाय 65 साल की उम्र में भी लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। उम्र सीमा में इजाफा करने से लोगों को क्या फायदे होंगे इसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।  इस पेंशन स्कीम के दायरे में ज्यादा लोग आ पाएं इसके लिए नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) खाता खुलवाने की प्रक्रिया को आसान बना दिया गया है। कोई भी 60 से 65 साल का भारतीय नागरिक इस खाता को खुलवा सकता है। 

गौरतलब है कि एनपीएस में उम्रसीमा बढ़ाने के पीछे के मकसद को वित्त मंत्रालय ने बताया और कहा कि इससे निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को बेहतर जिन्दगी जीने में मदद मिलेगी।

ये हैं अहम बातें

-60 वर्ष की उम्र के बाद एनपीएस में शामिल होने वाले व्यक्ति के पास पेंशन निधि के साथ-साथ निवेश का विकल्प भी होगा। यह ठीक वैसे ही होगा जैसे कि 60 वर्ष से पहले एनपीएस में शामिल होने वाले लोगों के लिए एनपीएस के तहत उपलब्ध कराया जाता है।

-60 वर्ष की उम्र के बाद एनपीएस में शामिल होने वाले व्यक्तियों को 3 वर्ष पूरे होने के बाद एनपीएस से सामान्य निकासी की सुविधा दी जाती है।

-लेकिन इस निकासी के दौरान सब्सक्राइबर्स को कुल मिलने वाली राशि का 40 फीसद हिस्सा एन्युटी में खर्च करना होगा और बाकी की राशि उसे एकमुश्त दे दी जाएगी।

-अगर एनपीएस एन्युटी की बात करें तो एन्युटी एक तरह की रेगुलर पेमेंट होती है। यह एन्युटी सर्विस प्रोवाइडर की ओर से सब्सक्राइबर्स को एनपीएस से निकल जाने के बाद मिलती रहती है।


-कोई भी सब्सक्राइबर्स 3 वर्ष पूरे होने के बाद एनपीएस से निकल सकता है, लेकिन इस स्थिति में सब्सक्राइबर्स को अपने कॉर्पस के कुल में से 80 फीसद हिस्सा एन्युटी खरीदने में करना होगा, बाकी की बची राशि को एकमुश्त निकाला जा सकता है।

-अगर एनपीएस में बने रहते हुए सब्सक्राइबर्स की अचानक मौत हो जाती है, तो पूरा कॉर्पस सब्सक्राइबर्स के नॉमिनी को दे दिया जाता है।

-एनपीएस में शामिल होने की उम्र सीमा में इजाफा किए जाने से उन ग्राहकों को अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे जिनका रोजगार खत्म होने वाला है और वो सेवानिवृत्ति के समय में एकमुश्त राशि की उम्मीद कर रहे हैं।

-कोई भी व्यक्ति पेशेवर निधि प्रबंधक की मदद से बेहतर फंड प्रबंधन के लिए एकमुश्त राशि को एनपीएस के लिए योगदान दे सकता है। ऐसे में वह कुछ दिन बाद अपनी रेगुलर इनकम सुनिश्चित कर सकता है।

-एनपीएस स्कीम में एन्युटी रेट का ज्यादा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो अधिक उम्र में अपने खाते से पैसा निकालेंगे।

-वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया, “सरकार की यह पहल समाज के एक विशेष वर्ग खासकर के वरिष्ठतम लोगों को एनपीएस के फायदे के दायरे में लाने में मदद करेगी।”

 

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