नई दिल्ली । देश में पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमतों को लेकर घिरती मोदी सरकार ने पिछले दिनों पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में दो रुपए प्रति लीटर की कटौती है। इसके साथ ही अब पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक चिट्ठी लिखकर राज्यों में पेट्रोलियम पदार्थों पर लगने वाले टैक्स में कटोती करने को कहा है। पेट्रोलियम मंत्री का कहना है कि राज्य सरकारें अपने स्तर पर टैक्स में कटोती कर लोगों को बढ़े हुए पेट्रोल-डीजल के दामों में राहत दें।
बता दें कि कि केंद्र सरकार के पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में दो रुपए प्रति लीटर की कटौती की। इस कटौती से एक वर्ष में 26 हजार करोड़ रुपए का सरकारी राजस्व घटेगा, जबकि चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में 13 हजार करोड़ रुपए का राजस्व घटेगा। असल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होने से 2 अक्टूबर 2017 को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 70.83 रुपए प्रति लीटर और डीजल 59.07 रुपए प्रति लीटर पर हो गई थी। ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने इन पर लगने वाले उत्पादन शुल्क में 2 रुपये की कटौती की थी।
असल में तेल कंपनियां अब प्रतिदिन पेट्रोल डीजल की कीमतों की समीक्षा करती हैं। उसी के अनुरूप इनके दाम घटते बढ़ते हैं। हालांकि पिछले कुछ महीने से लगातार इसकी कीमतों में बढ़ोतरी होने और पेट्रोल के मूल्य के 70 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंचने पर राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया था।