नई दिल्ली । पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार दोपहर लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की हिंसा के मुद्दे पर पहली बार बयान दिया । पीएम मोदी ने कहा है कि जिन जवानों की शहादत हुई है, वो व्यर्थ नहीं जाएगी । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व करना चाहिए, वे मारते-मारते मरे हैं ।पीएम मोदी ने चीन की इस हरकत की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि किसी को भ्रम, संदेह नहीं होना चाहिए । भारत उकसाने पर यथोचित जवाब देने में सक्षम है । भारत शांति चाहता है, लेकिन जवाब देना भी जानता है. भारत अपनी अखंडता से समझौता नहीं करेगा ।
बुधवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस पर वार्ता के पहले पीएम मोदी ने चीन सीमा पर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी । उन्होंने कहा - मैं देश को भरोसा देता हूं कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा । सैनिक मारते-मारते मरे हैं। इस दौरान शहीदों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया ।
बता दें कि 15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में LAC पर चीन और भारत की सेना में हिंसक झड़प हुई है. इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं खबर है कि चीन के करीब 40 जवान हताहत हुए हैं, लेकिन चीन ने अब आधिकारिक तौर पर कोई संख्या नहीं बताई है । इतना ही नहीं चीन ने भारत पर ही कार्रवाई का आरोप लगाया है । जबकि भारत ने साफ तौर पर कहा है कि ये पूरी घटना चीन की हिमाकत का नतीजा है ।
इस सबके बीच खबक है कि भारत सरकार चीन पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाने जा रहा है । इसके तहत देश में सभी चीनी कंपनियों के साथ उनके करार खत्म हो सकते हैं । ऐसी सूरत में हाल में विवाद का मुद्दा बना नई दिल्ली मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट को भी झटका लग सकता है , क्योंकि इस प्रोजेक्ट के तहत एक टनल बनाने का प्रोजेक्ट चीनी कंपनी को मिला था , जिसका जमकर विरोध हो रहा है । वहीं ऐसी भी खबरें हैं कि चीनी प्रोजेक्ट को लेकर कड़ाई होगी । उन प्रोजेक्ट को रद्द किया जा सकता है, जिनमें चीनी कंपनियों ने करार हासिल किए है ।