नई दिल्ली। मिशन 2019 के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रैली में कहा कि 5 करोड़ गन्ना किसानों के हित में सरकार ने कई फैसले किए हैं। पीएम ने कहा कि मैंने बंद कारखानों को चालू करने का बीड़ा उठाया है। किसानों को अब गन्ना के लागत मूल्य पर 80 फीसदी लाभ मिलेगा। चीनी बनाने के बाद गन्ना के बचे हुए अवशेष को भी उपयोग में लाया जाएगा। यह ईंधन बनाने के काम आएगा। 20 लाख टन चीनी के निर्यात को मंजूरी दी है। चीनी का न्यूनतम मूल्य तय किया गया है। चीनी के आयात पर 100 फीसदी आयात शुल्क लगाया गया है ताकि किसानों को फायदा हो
। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने किसानों के हित में कुछ नहीं किया। केवल घड़ियाली आंसू बहाते रहे। किसनों के हित और कृषि के विकास का ठोस रोडमैप नहीं बनाया। यही कारण है कि किसानों की आमदनी में वृद्धि नहीं हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान देश की आत्मा हैं और किसानों की उन्नति के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर ही है। 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कही। पीएम ने कहा कि संकल्प को पूरी ईमानदारी से पूरा करने के प्रयास में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे पहले सरकार किसानों के हित में लगभग एक दर्जन से ज्यादा फसलों के एमएसपी में वृद्धि कर चुकी है। फसलों के एमएसपी में 200 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी को केवल प्रधानमंत्री की कुर्सी नजर आती है। अविश्वास प्रस्ताव का कारण पूछा तो कल संसद में गले पड़ गए।