नई दिल्ली। नई दिल्ली में आयोजित प्रवासी सांसद सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया। विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के पहले प्रवासी सांसद सम्मेलन में 23 देशों के 124 सांसद और 17 मेयर मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने विदेशों से आए प्रवासियों का स्वागत वेलकम टू इंडिया, वेलकम होम कहकर किया। उन्होंने कहा कि वे भारत के 125 करोड़ जनता की तरफ से उनका स्वागत करते हैं।
प्रवासी सांसदों की तारीफ
आपको बता दें कि प्रवासी भारतीय दिवस हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है, इसका मकसद विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों को सम्मानित करना होता है। बीते कई सालों से सरकार प्रवासी भारतीय दिवस मना रही है लेकिन यह पहली बार है कि पीआईओ और पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। गौरतलब है कि पीएम ने प्रवासियों को बताया कि सालों पहले यहां से लोगों को बहला फुसला कर या जबर्दस्ती ले जाया गया। यहां आने पर उन लोगों की भावनाएं बाहर आने लगती हैं। भारत से गए लोग आज विदेशों में राजनीतिक प्रमुख हैं। उन लोगों ने बाहर रहकर भारत की संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम किया है।
सरकार की उपलब्धियां
पीएम ने प्रवासी सांसदों को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। उन्होंने कहा कि भारत अब बदल रहा है। पिछले दो सालों में ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में काफी सुधार हुआ है। आज विश्व बैंक और आईएमएफ भी आज भारत की तरफ उम्मीदों से देख रहे हैं। सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पीएम ने कहा कि भारत सरकार 21वीं सदी की जरूरतों को ध्यान मंे रखते हुए काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि रिफाॅर्म टू ट्रांसफाॅर्म ही हमारी नीति है।