नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू अभी भी बरकरार है। उनके कड़े फैसलों के बावजूद देश की जनता में उनका विश्वास और उनकी लोकप्रियता न केवल बरकरार है, बल्कि पिछले कुछ सालों की तुलना में बढ़ी है। विख्यात सर्वेक्षण संस्था पियू रिसर्च सेंटर यानी पियू की ताजा सर्वे रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। सामने आया है कि उत्तर भारत के बजाए दक्षिण भारत में मोदी के चाहने वाले ज्यादा है। इतना ही नहीं भारत में 10 में हर 9 लोग पीएम मोदी के प्रति सकारात्मक विचार रखता है। वहीं देश की 69 प्रतिशत जनता मोदी की प्रबल समर्थक है। हालांकि अगर बात विपक्ष के नेता और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की करें तो उनकी लोकप्रियता का प्रतिशत 58 और केजरीवाल का महज 39 प्रतिशत है। इतना ही नहीं जहां उत्तर भारत में 84 फीसदी लोगों में मोदी लोकप्रिय हैं, वहीं यह आकंड़ा 95 फीसदी के साथ सबसे ज्यादा दक्षिण भारत का है। इससे कम पश्चिम भारत में 92 फीसदी और पूर्वी भारत में ( 85 प्रतिशत) लोगों को पसंद करते हैं।
पिछले साल आई थी लोकप्रियता में कमी
अगर पियू के पेश आंकड़ों पर नजर डालें तो सामने आता कि पिछले साल की तुलना में मोदी की लोकप्रियता में वृद्धि हुई है। हालांकि पिछले साल 2016 में उनकी लोकप्रियता में थोड़ी गिरावट देखी गई थी। अब एक बार फिर उन्हें जनता का खोया हुआ समर्थन हासिल हो गया है। पिछले साल की तुलना में 12 प्रतिशत की वृद्धि भी हुई है।
युवा वर्ग है मोदी का दीवाना
रिपोर्ट में सामने आया है कि मोदी के चाहने वालों में सबसे बड़ा वर्ग युवाओं का है। 19 से 29 वर्ग के युवाओं के बीच मोदी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। हालांकि यहां यह भी बता दें कि जहां 2013 में मोदी की लोकप्रियता 78 फीसदी थी और उस दौरान वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार भी थे। लेकिन धीरे-धीरे इनकी लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ता गया और 2015 में उनकी लोकप्रियता ने 87 प्रतिशत का आंकड़ा छुआ। हालांकि 2016 में यह ग्राफ गिरा और 81 फीसदी रह गया था।
विरोधियों को काफी पीछे छोड़ा
अब अगर बात मोदी के विरोधियों की करें तो उसमें उन्होंने उन सभी को काफी पीछे छोड़ दिया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यहां मात्र 58 फीसदी आंकड़ा छू पाए हैं वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 39 फीसदी का आंकड़ा छू पाए हैं। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो राहुल गांधी की लोकप्रियता 2016 में 63 फीसदी थी, जिसमें इस बार गिरावट आई है। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस पायदान में राहुल गांधी के बाद तीसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 57 फीसदा आंकड़ा छूआ है।
चुनौतियां भी सामने आईं
इस सर्वे के जरिए मोदी के सामने कुछ चुनौतियां भी उजागर हुई है। करीब 73 प्रतिशत युवा मोदी सरकार के दौर में भी रोजगार के अवसरों में कमी को एक बड़ी समस्या मान रहे हैं। वही भ्रष्टाचार को समस्या बताने वालें 74 फीसदा है तो आतंकवाद को गंभीर समस्या मानने वाले 76 फीसदी। हालांकि इन सभी लोगों का मानना है कि मोदी सरकार इस सब से निपटने के लिए काम कर रही है।