नई दिल्ली। तेल की बढ़ती कीमतों से परेशान जनता को थोड़ी राहत देने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के साथ बैठक की है। खबरों के अनुसार इस बैठक में अमेरिका की धमकी के बाद ईरान से तेल के आयात को लेकर बातें हुई हैं। चूंकि 5 राज्यों में होने वाले चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है ऐसे में तेल की कीमतों में कमी करने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया जा सकता है। हालांकि कांग्रेस ने सरकार पर तंज करते हुए कहा कि जनता को धोखा देना तो कोई इनसे सीखे।
गौर करने वाली बात है कि पिछले दिनों सरकार की ओर से तेल की कीमतों में ढाई रुपये की कमी की थी। इसके बाद भाजपा शासित कई राज्यों ने भी तेल की कीमतों में कमी की थी। इसके बाद एक दिन की राहत के बाद से ही फिर से लगातार कीमतों में इजाफा जारी है।
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यहां बता दें कि कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने तंज करते हुए ट्वीट किया, ‘‘एक हाथ से दिया, दूसरे हाथ से छीना! 4 अक्टूबर-1.5 रुपये की कटौती, 12 अक्टूबर-यानी पिछले 7 दिनों में ही(दिल्ली)। पेट्रोल-0.98 रुपये प्रति लीटर बढ़ा-यानि लगभग 1 रुपये की डकैती, डीजल-1.95 रुपये प्रति लीटर बढ़ा-यानी जितना दिया, उससे ज्यादा लिया! मोदी जी, एक ही हफ्ते में जनता को कैसे ठगा जाए, ये कोई आपसे सीखे!