श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आधी रात से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक की सिफारिश पर इस बाबत एक घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया है। गौर करने वाली बात है कि इसी साल जून में पीडीपी-भाजपा गठबंधन के टूटने के बाद से ही प्रदेश में राजनीतिक संकट बना हुआ था। सरकार के गिरने के साथ ही वहां 6 महीने के लिए राज्यपाल शासन लागू हो गया था। अब इसकी मियाद पूरी होने के बाद राज्यपाल की सिफारिश के बाद अगले 6 महीने के लिए राष्ट्रपति लागू कर दी गई है। राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता डाॅक्टर फारूख अब्दुल्ला ने राज्य में जल्दी चुनाव कराने की अपील की है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा अपने गठबंधन के साथी पीडीपी पर कई आरोप लगाने के बाद समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद सरकार गिर गई थी। सरकार के गिरने के बाद कई महीनों तक सरकार बनाने की उठापटक जारी रही, इस दौरान भाजपा पर पीडीपी के विधायकों को तोड़ने के भी आरोप लगे।
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यहां बता दें कि नेशनल कांफ्रेंस ने प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस और पीडीपी को भी समर्थन देने का ऐलान कर दिया लेकिन सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की बढ़ती आशंका के बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग कर दी। इसके बाद से ही वहां राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है। राज्यपाल शासन की समयसीमा खत्म होने के बाद आधी रात से वहां राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है।
आपको बता दें कि राजनीतिक उठापटक के बीच पीडीपी के लिए वजूद की मुश्किल खड़ी हो गई है। पिछले दिनों पीडीपी के बड़े नेता नेशनल कांफ्रेंस में शामिल हो गए। पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर फारूख अब्दुल्ला ने राज्य में राष्ट्रपति शासन खत्म कर जल्दी चुनाव कराने की अपील की है।