जम्मू। जम्मू विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल जाने वाले स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंह को आतंकी बताया है। इस बात को लेकर यूनिवर्सिटी के राष्ट्रवादी छात्रों के बीच काफी रोष व्याप्त है। छात्रों ने वीसी मनोज धर से मिलकर प्रोफेसर के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर ताजुद्दीन के द्वारा लेक्चर के दौरान कही गई ये बातें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। छात्रों ने भगत सिंह पर लगाए गए इस आरोप के विरोध में शुक्रवार को विश्वविद्यालय बंद कराने का ऐलान किया है।
गौरतलब है कि गुरुवार को राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर ताजुद्दीन छात्रों को लेक्चर दे रहे थे। प्रोफेसर का कहना है कि लेनिन के ऊपर लेक्चर देने के क्रम में उसके भाई का जिक्र हुआ जिसे आतंकी प्रचार का अगुवा बताते हुए फांसी दे दी गई थी। उन्होंने कहा कि देश या राज्य के खिलाफ ‘एक्सट्रीम वायलेंस’ को ही आतंकवाद कहते हैं। ऐसा करने वालों को आज आतंकवादी कहा जाता है। अपने लेक्चर में उन्होंने भगत सिंह के बारे में भी कहा कि हम भले ही उन्हें क्रांतिकारी मानते हैं लेकिन उस समय के शासक उन्हें आतंकी ही मानते थे।
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यहां बता दें कि प्रोफेसर के द्वारा ऐसा कहने के बाद छात्रों ने कहा कि यह उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कथन है। उन्होंने कुलपति मनोज धर से मिलकर प्रोफेसर के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। लॉ डिपार्टमेंट के छात्र और शिकायतकर्ता छात्रों की अगुवाई करने वाले साकेत सिंह राठौर ने कहा कि भगत सिंह ने आजादी की लड़ाई में योगदान दिया है, लेकिन प्रोफेसर उन्हें आजादी से पूर्व आतंक फैलाने वाला करार दे रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।