नई दिल्ली। कांग्रेस के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद शनिवार को राहुल गांधी पार्टी के 84वें महाधिवेशन को संबोधित करने इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम पहुंचे। राहुल गांधी के अधिवेशन में पहुंचने के साथ ही ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई। इस अधिवेशन में पार्टी की अगले 5 सालों के लिए दशा-दिशा तय की जाएगी। इस दौरान आर्थिक और विदेशी मामलों सहित कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जाने की संभावना है। बता दें कि अधिवेशन शुरू होने से पहले कांग्रेस की ओर से मोदी सरकार की नाकामी से जुड़ा 5 बुकलेट लाॅन्च किया गया। अधिवेशन में सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि पूरे देश से करीब 15 हजार लोग राहुल गांधी को सुनने के लिए यहां पहुंचे हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि इस अधिवेशन में नेताओं के बजाय कार्यकर्ताओं पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जाएगा। दो दिनों तक चलने वाले इस अधिवेशन में देश में राजनीतिक स्थिति सहित दो प्रस्तावों को लिया जाएगा वहीं अंतिम दिन दो प्रस्तावों पर विचार होगा, जिनमें बेरोजगारी से संबंधित प्रस्ताव होगा।
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यहां बता दें कि अपने उद्घाटन भाषण में राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि आज देश में गुस्सा और नफरत फैलाया जा रहा है, लोगों को एक-दूसरे से लड़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस काम लोगों को जोड़ने का है और सिर्फ यही पार्टी पूरे देश को रास्ता दिखा सकती है। अपनी पार्टी को आगे ले जाने के लिए उन्होंने बुजुर्गों और युवाओं दोनों की जरूरत बताया। भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा वाले गुस्से का इस्तेमाल करते हैं और हम प्यार फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि आज देश थका हुआ महसूस कर रहा है और नए रास्ते तलाश रहा है।