नई दिल्ली । भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में तफ्तीश का दायरा मंगलवार को बढ़ गया। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने मंगलवार सुबह से देश भर में कई वामपंथी विचारधारा वाले लोगों और माओवादी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी की कार्रवाई महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना , झारखंड समेत दिल्ली में भी हुई है। इस दौरान लोगों के घरों से मिले दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। बता दें कि भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में जून में हुई गिरफ्तारी में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। उस दौरान पुलिस का दावा किया था कि गिरफ्तार कई लोगों के पास से ऐसी चिट्ठी मिली थी, जिसमें ये लिखा था कि नक्सली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। नक्सली पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह ही पीएम मोदी की हत्या करना चाहते थे। एक बार इस तरह की कुछ सूचनाओं के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
दिल्ली में वकील के घर छापेमारी
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ दिल्ली के बदरपुर निवासी वकील सुधा भारद्वाज को हिरासत में लिया है। पुलिस ने उनके घर से लैपटॉप, फोन, पेन ड्राइव को सीज कर दिया है। इतना ही नहीं सुधा की ई-मेल को भी खंगाला जा रहा है। इसके साथ ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट को भी खंगाला जा रहा है। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस ने गौतम नवलखा नाम के शख्स को भी हिरासत में लिया है। उसके घर से लैपटॉप-कागजात भी सीज कर दिए गए हैं। पुलिस ने दोपहर में गौतम नवलखा को साकेत कोर्ट में पेश किया।
वामपंथी विचारक राव के घर भीड़ जमा
इसी क्रम में हैदराबाद पुलिस ने कवि , वामपंथी विचारक वरवरा राव के घर पर छापेमारी की है। छापेमारी की घटना की सूचना बड़ी तेजी से शहर में फैली और उनके प्रशंसकों समेत उनके समर्थन उनके घर के बाहर जमा हो गए। पुलिस को इन लोगों पर काबू पाने में भी मशक्कत करनी पड़ी है।
ठाणें में एक्टिविस्ट फरेरिया पर कार्रवाई
छापेमारी की इसी कार्रवाई के तहत दोपहर में ठाणे निवासी एक्टिविस्ट अरुण फरेरिया के घर छापेमारी हुई है। हालांकि कार्रवाई के दौरान वह घर पर नहीं थे। बाद में मीडिया से बातचीत में अरुण ने कहा है कि पुलिस किस मामले में छानबीन कर रही है पता नहीं, उसने कोई भी गैरकानूनी काम नहीं किया है। हालांकि बता दें कि अरुण को पहले भी कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है, वह कई बार मुंबई में कई आंदोलनों में हिस्सा लेते आ रहे हैं।
मोदी का रोड़ शो है टारगेट
बता दें कि गत जून में माओवादियों की एक चिट्ठी सामने आई थी, जिसमें पीएम मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ था। अप्रैल के महीने में रोणा जैकब द्वारा कॉमरेड प्रकाश को लिखी गई एक चिट्ठी में कहा गया था कि हिंदू फासिस्म को हराना अब काफी जरूरी हो गया है। मोदी की अगुवाई में हिंदू फासिस्ट काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, ऐसे में इन्हें रोकना जरूरी हो गया है। अगर ऐसा होता है, तो ये एक तरह से सुसाइड अटैक लगेगा. हमें लगता है कि हमारे पास ये चांस है। मोदी के रोड शो को टारगेट करना एक अच्छी प्लानिंग हो सकती है।