नई दिल्ली । उद्योगपति राहुल बजाज द्वारा केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना किए जाने के बाद अब उनके बेटे राजीव बजाज ने अपने पिता के बयान को एक 'असाधारण साहसिक ' करार दिया है । बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज ने अपने पिता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मौजूदा समय में इंडस्ट्री में कोई भी उनके पिता के साथ नहीं खड़ा होना चाहता, बल्कि वे अपनी 'सुविधा के मुताबिक किनारे बैठकर ताली बजाते हैं । इकोनॉमिक टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में राजीव बजाज ने कहा कि सच कितना भी कड़वा क्यों न हो, उनके पिता कभी भी बोलने से हिचकते नहीं हैं । हालांकि राजीव बजाज के बयान के साथ ही उनके पिता राहुल बजाज के बयान को लेकर केंद्र सरकार के कई मंत्रियों के बयान भी सामने आ रहे हैं ।
मुद्दे का प्लेटफॉर्म ठीक या नहीं, पता नहीं
इस दौरान राजीव बजाज ने मेरे पिता के लिए कोई दरबार ऐसे ही है, जैसे किसी बैल के लिए लाल कालीन! वह ऐसे मौके को छोड़ते नहीं, हालांकि व्यक्तिगत रूप से मैं इसे लेकर आश्वस्त नहीं हूं कि कॉरपोरेट एक्सीलेंस को सेलिब्रेट कर रहे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में ऐसे संवेदनशील विषय का उठाना चाहिए या नहीं । राहुल बजाज बोले - वह सरकार के मंत्रियों या वरिष्ठ अधिकारियों से ज्यादा बातचीत नहीं करते ।
नोटबंदी पर बयान देने के बाद लोगों ने चिंता जताई
यह पहला मौका नहीं है जब राहुल बजाज ने मोदी सरकार पर निशाना साधा हो । इसके पहले फरवरी 2017 में राहुल बजाज ने मोदी सरकार की नोटबंदी की आलोचना की थी जिसके बाद बजाज खुद विरोधियों के निशाने पर आ गए थे । राजीव बजाज ने कहा कि तब उनके पिता के बयानों पर इंडस्ट्री के कई लोग चिंता जता रहे थे, लेकिन इसके तत्काल बाद ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने बजाज ऑटो की गाड़ी क्यूट को मंजूरी दी थी, जिस पर इजाजत 8 साल से रुकी हुई थी ।
जानिए क्या बोले थे राहुल बजाज
विदित हो कि उद्योगपति राहुल बजाज ने गत दिनों एक कार्यक्रम में केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा था । कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल बजाज ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से कहा था कि जब UPA government सत्ता में थी, तो हम किसी की भी आलोचना कर सकते थे । अब हम अगर भाजपा सरकार की खुले तौर पर आलोचना करें तो इतना विश्वास नहीं है कि आप इसे पसंद करेंगे । इस दौरान राहुल बजाज ने कहा था कि मौजूदा समय में देश के कारोबारियों में एक 'डर का माहौल' है ।
बयान के बाद आईं कई प्रतिक्रियाएं
राहुल बजाज के इस बयान के बाद केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी । इसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजाज के बयान को राष्ट्रहित पर चोट करार दिया था । निर्मला सीतारमण ने लिखा था कि अपनी धारणा फैलाने की जगह जवाब पाने के और भी बेहतर तरीके हैं । ऐसी बातों से राष्ट्रीय हित पर चोट लग सकती है । वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल बजाज के केंद्र सरकार से पूछे गए तीखों सवालों का उसी मंच से जवाब दिया । अमित शाह ने कहा कि इस बात को खारिज किया कि देश में डर का मौहाल है । किसी को किसी के बारे में डरने की जरूरत नहीं है, मीडिया में नरेंद्र मोदी सरकार की लगातार आलोचना हो रही है, लेकिन यदि आप कह रहे हैं कि इस तरह का मौहाल पैदा हो गया है तो इसे ठीक करने के लिए हमें काम करने की जरूरत है।