नई दिल्ली । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए एक बार फिर से संघ परिवार सक्रिय होता नजर आ रहा है। इसी क्रम में भाजपा के कुछ नेताओं ने भी राम मंदिर निर्माण को लेकर कानून तोड़ने की बातों का भी जिक्र कर दिया है। इस सब के बीच खास बात दे है कि देश भर में मंदिर निर्माण के लिए माहौल बनाने के उद्देश्य से संघ ने एक नई योजना बनाई है। असल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद ने आगामी 25 नवंबर को अयोध्या , बेंगलुरु और नागपुर में राम मंदिर निर्माण को लेकर महारैलियों का आयोजन किया है। इतना ही नहीं संघ अपनी रणनीति के तहत लोकसभा चुनावों से पहले देश की 543 लोकसभा सीटों पर रैलियां करने की रणनीति बना चुकी है।
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रविवार से शुरू होगी रैलियां
संघ से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनावों और राम मंदिर निर्माण को लेकर आरएसएस ने अपनी नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आगामी रविवार से देश में राम मंदिर निर्माण को लेकर रैलियों का दौर शुरू होने जा रहा है। यह रैलियों का दौर पूरे महीने चलेगा और 25 दिसंबर तक देशभर की सभी लोकसभा सीटों पर इस तरह की रैलियां होंगी।
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कांग्रेसी राम मंदिर के पक्ष में
भाजपा समेत कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दल इस समय राम मंदिर निर्माण को लेकर सकारात्मक बातें कर रहे हैं। पिछले दिनों कांग्रेसी नेता सीपी जोशी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कांग्रेस ही करेगी। कांग्रेस का पीएम ही राम मंदिर का निर्माण करवाएगा। इस सब पर विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है कि इस समय माहौल फिर से राम मंदिर के पक्ष में है। कांग्रेसियों का हिन्दुओं की भावनाओं का ख्याल रखना यह एक अच्छी बात है।
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2 लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे
वीएचपी अध्यक्ष ने कहा कि आगामी 25 नवंबर को हम नागपुर और बेंगलुरु में राम मंदिर को लेकर एक रैली करने जा रहा हैं। ऐसी संभावना है कि इस रैली में 2 लाख से ज्यादा लोग शिरकत करेंगे। रैलियों के लिए हमने पहले दक्षिण भारत में इन शहरों का चुनाव किया है, इसके बाद देश की हर लोकसभा सीट पर इस तरह की रैलियां निकाली जाएंगी।
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दलों के नेताओं का आयोध्या जाना जारी
इस सब के बीच इन दिनों अयोध्या एक बार फिर से कुछ राजनीतिक दलों समेत संगठनों के दिग्गज नेताओं के दौरे के लिए सबसे मुफीद नजर आ रही है। पिछले दिनों आरएसएस के नंबर दो सुरेश भैयाजी जोशी ने अयोध्या का दौरा किया था। उन्होंने आगामी रविवार को होने वाली रैली के लिए तैयारियों का जायजा लिया था। इसके बाद शिवसेवा प्रमुख उद्धव ठाकरे भी शनिवार को अयोध्या पहुंच रहे हैं, हालांकि वह कोई सभा वहां नहीं कर पाएंगे ।