नई दिल्ली। पहले बच्चे को डराकर सुलाने या फिर घर के बाहर जाने से रोकने के लिए अभिभावक डराया करते थे। लेकिन बीते कुछ दिनों से अभिभावकों का झूठ सच बन रहा है और लोगों की जान ले रहा है। बीते एक महीने में बच्चा चोरी के नाम पर देश के 11 राज्यों में 30 लोगों की जान जा चुकी है। सोशल मीडिया विशेषकर व्हाट्सअप से फैली अफवाह की वजह से सबसे पहले इसकी शुरूआत झारखंड से हुई।
झारखंड में सात लोगों को भीड़ ने तबतक मारा जब तक की वो मर नहीं गए। यह हमला उनपर तब हुआ जब व्हाट्सअप पर यह खबर फैली की बच्चा चोर का गिरोह मुहल्ला में आया हुआ है। इसके बाद से बच्चा चोर समझकार मारे जाने वाले निर्दोषो का सिलसिला चला पड़ा। ताजा मामले में बच्चा चोरी के शक में महाराष्ट्र में 5 लोग मारे गए। वहीं बच्चा चोरी के मामले में तमिलनाडु में 3 तेलांगाना में 2 त्रिपुरा, कर्नाटक में 2, असम में 2, गुजरात, बंगाल , आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेष में 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
दरअसल अफवाह फैलने के बाद लोग उसी के पीछे भागने लगते हैं सोचने समझने की कोशिस नहीं करते हैं। सच्चाई का पता लगाना कोई नहीं चाहता है। अफवाह में ही भीड़ एकत्रित हो जाती है और लोगों का जान ले लेती है। प्रशासन तमाशबीन बना रहता है।