हैदराबादः भारत का टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा टैक्स चोरी के घेरे में फंसती दिख रही हैं। सर्विस टैक्स विभाग ने सानिया को 1 करोड़ रुपए की रकम के लिए टैक्स न देने का नोटिस जारी किया है। हालांकि सानिया मिर्जा ने अपने ऊपर लगे सर्विस टैक्स चोरी के आरोपों को खारिज किया है। इनकम विभाग का मानना है कि इस रकम पर सानिया की तरफ से ड्यू टैक्स अदा नहीं किया गया है। इस पर सानिया के सीए ने सफाई देते हुए कहा है कि यह रकम टेनिस खिलाड़ी को तेलंगाना सरकार की तरफ से ट्रेनिंग इंसेंटिव के तौर पर दिए गए थे। सानिया फिलहाल देश में नहीं हैं। सानिया को 6 फरवरी को टैक्स चोरी को लेकर समन दिया गया था।
20 लाख बनता है सर्विस टैक्स
अफसरों ने ये कहा था कि सानिया को एक करोड़ की रकम उनके ब्रांड एम्बेसडर बनने को लेकर दी गई है। अगर ऐसा है तो उन्हें सर्विस टैक्स देना होगा। सानिया को तेलंगाना सरकार ने जुलाई 2014 में स्टेट का ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। इसके बाद सानिया को 1 करोड़ की रकम दी गई थी। टैक्स चोरी का यह मामला इसी 1 करोड़ की रकम से जुड़ा है। सानिया को इस पर करीब 20 लाख रुपए बतौर टैक्स चुकाने हैं। इस 20 लाख रुपए की रकम में 14.5% सर्विस टैक्स, फाइन और पेनाल्टी शामिल है।
हो रही दस्तावेजों की जांच
सर्विस टैक्स के प्रमुख कमिश्नर ने सानिया को टैक्स न देने के मामले में ऑफिस में पेश होने के लिए कहा था। समन पर सानिया का पक्ष रखने के लिए उनके सीए ने गुरुवार को टैक्स अधिकारियों से मुलाकात की और जरूरी दस्तावेज पेश किए। अब सर्विस टैक्स विभाग सानिया की तरफ से भेजे गए दस्तावेजों की जांच करेगा और तभी कोई फैसला किया जाएगा। सर्विस टैक्स अफसरों के मुताबिक सानिया के रिप्रेजेंटेटिव ने हमें डॉक्युमेंट पेश किए। बताया कि उन्हें मिले एक करोड़ रु. तेलंगाना सरकार ने ट्रेनिंग इंसेंटिव के रूप में दिए थे। ये पैसे उन्हें राज्य का ब्रांड एम्बेसडर होने के नाते नहीं दिए गए। अफसरों ने ये भी कहा कि सानिया की तरफ से पेश किए गए डॉक्युमेंट्स की जांच की जा रही है।