नई दिल्ली । मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट (Budget 2019) भारतीय शेयर बाजार को रास नहीं आया । शुक्रवार को बजट आने के बाद बाजार में दर्ज हुई गिरावट सोमवार को बाजार खुलने के साथ बदस्तूर जारी है । सप्ताह के पहले दिन कारोबार के अंतिम घंटों में सेंसेक्स 750 अंक से ज्यादा टूट गया है । वहीं निफ्टी में भी 250 अंकों की गिरावट देखने को मिली । इस दौरान सेंसेक्स 38,740 के स्तर पर पहुंच गया जबकि निफ्टी लुढ़क कर 11 हजार 500 पर आ गया. यह इस साल इंट्रा डे की सबसे बड़ी गिरावट है ।
बता दें कि सेंसेक्स सोमवार सुबह 9.55 बजे 416.60 अंकों की गिरावट के साथ 39,096.79 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 116.65 अंकों की कमजोरी के साथ 11,694.50 पर कारोबार कर रहा था । इसके बाद 11.45 बजे सेंसेक्स 581.21 अंक लुढ़ककर 38,932.18 पर कारोबार कर रहा था ।
विदित हो कि आम बजट 2019-20 की घोषणाओं पर घरेलू शेयर बाजार की तत्काल प्रतिक्रिया निराशाजनक थी । कारोबार के अंत में सेंसेक्स 394.67 अंक की गिरावट के साथ 39513.39 के स्तर पर रहा । वहीं निफ्टी 135.60 अंक की कमजोरी के साथ 11,811.15 के स्तर पर बंद हुआ था। इसके बाद करीब 1 बजे सेंसेक्स में 700 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज की गई , वहीं निफ्टी 190 अंक टूट गया ।
वहीं अमेरिका में पिछले सप्ताह जॉब डॉटा मजबूत आने से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की संभावना कम होने से एशिया बाजारों में नकरात्मक रुझान रहा । इसके अलावा, पिछले सप्ताह शुक्रवार को संसद में पेश किए गए आम बजट 2019-20 के प्रावधानों को लेकर निवेशकों में असमंजस की स्थिति बरकरार है, जिससे शेयर बाजार में नकारात्मक रुझान देखने को मिला । बाजार के जानकार बताते हैं कि खासतौर से सरकार द्वारा शेयर बायबैक पर कर लगाने और सूचीबद्ध कंपनियों में न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़ाने की घोषणा से घरेलू निवेशकों में निराशा का माहौल बना है ।
कारोबार के दौरान सबसे अधिक गिरावट ऑटो सेक्टर के शेयर में देखने को मिली । ऑटो सेक्टर के शेयर 3 साल के लो लेवल पर हैं । मारुति और हीरो मोटोकॉर्प में 5 फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली । बजाज आटो, यस बैंक, एलएंडटी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और ओएनजीसी सभी 2 फीसदी के करीब कमजोर दिख रहे हैं. आरआईएल में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।