मुंबई। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन एक बार फिर से उग्र हो गया है। सोमवार से ही प्रदर्शनकारियों ने हिंसक रूप धारण कर लिया है। आरक्षण की मांग पर अड़े मराठा क्रांति मोर्चा के एक सदस्य ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। सरकार से नाराज प्रदर्शनकारियों ने पुणे-नासिक हाईवे को 100 से ज्यादा वाहनों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों की मांग पर राजनीति भी तेज हो गई है। शिवसेना ने महाराष्ट्र सरकार से पिछड़ा आयोग की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना ही मराठों को आरक्षण देने की मांग की है।
गौरतलब है कि अब आंदोलनकारियों ने मुंबई में जेल भरो आंदोलन करने की चेतावनी दी है। सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने कई रास्तों को रोक दिया और वाहनों को अपना निशाना बनाया जिसकी वजह से वाहनों में सवार कई लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस थाने को भी आग के हवाले कर दिया।
यहां बता दें कि प्रदर्शनकारियों की उग्रता को देखते हुए नासिक और पूणे में धारा 144 लागू कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए पथराव एवं हिंसक झड़पों में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए हैं। आरक्षण की मांग को लेकर औरंगाबाद में एक युवक ने रेल से कटकर अपनी जान दे दी।
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गौर करने वाली बात है कि आरक्षण की इस मांग पर राजनीति भी तेज हो गई है। राज्य के सभी कांग्रेस विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे का प्रस्ताव दिया है। हालांकि अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। वहीं एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं ने धनकर समाज को भी आरक्षण देने की मांग की है। वहीं शिवसेना ने सरकार से पिछड़ा आयोग की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना मराठों को आरक्षण देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मराठों को उनकी आर्थिक स्थिति के आधार पर आरक्षण देना चाहिए।