नई दिल्ली। एनडीए के घटक दलों में से भाजपा और शिवसेना के बीच आपसी तनातनी का सिलसिला जारी है। अविश्वास प्रस्ताव पर सदन से अनुपस्थित रहकर शिवसेना ने भाजपा को बड़ा झटका दिया था। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि लोकसभा के चुनाव में वे महाराष्ट्र में अकेले ही चुनाव लड़ेंगे वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा का साथ न देने का उन्हें कोई अफसोस नहीं है। अब एक बार फिर से शिवसेना ने पोस्टर वार के जरिए भाजपा पर दवाब बनाने की तैयारी में जुटा है। मुंबई में शिवसेना के द्वारा ‘चलो अयोध्या, चलो वाराणसी’ का पोस्टर लगाया गया है।
गौरतलब है कि शिवसेना द्वारा लगाए गए इस पोस्टर पर उसके नेता संजय राउत का कहना है कि उत्तरभारत में उनकी लाखों समर्थक हैं ऐसे में उद्धव ठाकरे उनसे मिलने के लिए पहले अयोध्या जाएंगे, वहां मंदिरों में पूजा करने के बाद वे वाराणसी जाएंगे। अपनी ही पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए एक साक्षात्कार में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वे हिंदुओं और शिवसैनिकों के लिए वहां जा रहे हैं।
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यहां बता दें कि ऐसा भी कहा जा रहा है कि मुंबई में ‘चलो अयोध्या, चलो वाराणसी’ का पोस्टर लगाकर शिवसेना के द्वारा भाजपा पर दवाब बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का कहना है कि अयोध्या के लोगों की काफी समय से मांग थी वे यहां आएं, उनका मानना है कि मंदिर निर्माण को लेकर शिवसैनिकों ने भी खास योगदान दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह वाराणसी पहुंचकर गंगा आरती में भी हिस्सा लेंगे। वह इस दौरान देखेंगे कि गंगा में कितनी सफाई हुई है। इसके बाद वह अयोध्या पहुंचकर राम लला के दर्शन करेंगे।