नई दिल्ली। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों की खराब स्थिति और कर्ज लेकर देश से भाग चुके कारोबारियों के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए को जिम्मेदार ठहराया है। बुधवार को रक्षामंत्री ने चेन्नई में भाजपा के व्यापारी प्रकोष्ठ को संबोधित करते हुए कहा कि यूपीए के समय में बिना किसी कागजी कार्रवाई के कारोबारियों को लोन दिया गया। आज नतीजा यह है कि बैंकों के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह नया कारोबार शुरू करने वालों को लोन दिया जा सके।
गौरतलब है कि रक्षामंत्री ने इस स्थिति के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। बिना किसी दस्तावेज और कागजी कार्रवाई के लोगों को लोन दिए गए जिसकी रिकवरी आज तक नहीं हो पाई है। इसका नतीजा यह हुआ कि बैकों की हालत खस्ता हो गई है। रक्षामंत्री ने बैंकों की खस्ताहाली के बावजूद विकास दर के 8 के करीब बने रहने के लिए पीएम मोदी के द्वारा उठाए गए कदमों को माना है।
ये भी पढ़ें - त्योहार से पहले रेलवे कर्मचारियों को सरकार की सौगात, मिलेगा 78 दिनों का बोनस
यहां बता दें कि धोखाधड़ी बैंकों के बाद देश से भागने वाले डिफॉल्टर्स के मुद्दे से निपटने के लिए, एक सक्षम कानून - दिवालियापन और दिवालियापन संहिता, 2016 - पारित किया गया जिसमें धोखाधड़ी करने वाले पूरी तरह से घिर गए हैं और उन्हें कैसे घेरकर वापस देश में लाया जाए अब इस पर विचार किया जा रहा है। यूपीए पर हमला करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए के 10 सालों के शासन में डिफाॅल्टर्स पर शिकंजा कसने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।