नई दिल्ली । महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए शिवसेना - एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर मंथन बैठकों का दौर बदस्तूर जारी है । महाराष्ट्र कांग्रेस के 6 दिग्गज नेता इस समय वर्किंग कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे हैं । वहीं इस बैठक से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात करते हुए सरकार गठन और मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा की । इस सब के बीच सरकार गठन के लिए सबसे ज्यादा सक्रिय दिख रहे शिवसेना नेता संजय राउत की तबीयत अचानक खराब हो गई है । उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है । बहरहाल, अब सोनिया गांधी पार्टी के नेताओं के साथ मंथन बैठक कर रही है , जिसके बाद ही सरकार गठन का कोई रास्ता निकलता दिखेगा ।
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन के फैसले पर विचार के लिए सोनिया गांधी के साथ दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक चल रही है । इस बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं समेत अहमद पटेल और एके एंटनी जैसे वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं । खबर है कि सरकार गठन को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सीधे फोन पर सोनिया गांधी से बात की है ।
बहरहाल , इस समय सोनिया गांधी महाराष्ट्र कांग्रेस से बुलाए गए 6 नेताओं के साथ बैठक कर रही हैं , जिसमें समर्थन देने और समर्थन देने की शर्तों पर बातचीत की जा रही है । हालांकि इससे पहले खबर आई थी कि महाराष्ट्र कांग्रेस के 44 में से 37 विधायक शिवसेना को बिना शर्त समर्थन देने के लिए राजी हैं , जबकि महाराष्ट्र कांग्रेस के कुछ दिग्गज नेता शिवसेना को समर्थन देने के पक्ष में नहीं है ।
इस सब से इतर , शिवसेना सांसद संजय राउत की तबीयत खराब हो गई है. उन्हें मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही संजय राउत भाजपा पर काफी हमलावर रहे हैं । इतना ही नहीं उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र सामना के बतौर कार्यकारी संपादक भाजपा पर जमकर निशाना भी साधा है । वहीं भाजपा से अलग होकर सरकार गठन के लिए विपक्षी दलों से बातचीत करने में भी प्रमुख भूमिका निभाई है।
अगर बात महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायकों की करें तो वो जयपुर से महाराष्ट्र जाने के लिए एयरपोर्ट पर चार्टर्ड प्लेन में बैठ गए हैं । महाराष्ट्र सरकार गठन को लेकर उठापटक के बीच कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त के डर से अपने विधायकों को जयपुर शिफ्ट कर दिया था । बहरहाल , एनसीपी भी कांग्रेस के रुख के बाद ही अपने पत्ते खोलने की बात कह चुकी है , ऐसे में कांग्रेस का रुख क्या होगा यह महाराष्ट्र की आगामी सरकार के लिए काफी अहम साबित होने जा रहा है । अगर दोनों पार्टियां शिवसेना को समर्थन देने के लिए राजी होती हैं तो महाराष्ट्र में राजनीतिक पार्टियां सरकार गठन की ओर बढ़ती नजर आती हैं ।