नई दिल्ली। अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि मसले की सुनवाई के लिए मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में 5 जजों की बेंच का गठन कर दिया गया है। इस बंेंच में मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के अलावा जस्टिस उदय रमेश ललित, जस्टिस एसए बओवडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस जस्टिस एनवी रमन्ना शामिल होंगे। ये सभी जज 10 जनवरी से सुबह साढ़े 10 बजे इसकी सुनवाई करेंगे। बता दें कि 4 जनवरी को कोर्ट ने मात्र 60 सेकेंड में इस मसले की सुनवाई को 10 जनवरी तक के लिए टाल दिया था। मसले की सुनवाई के लिए कोर्ट की ओर से कहा गया था कि 7 या 8 जनवरी तक बेंच का गठन कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि के मालिकाना हक के लिए अयोध्या के मुस्लिम समुदाय और हिन्दू समुदाय के बीच विवाद चल रहा है। कई सालों से यह मामला कोर्ट में लंबित है। हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले पर विवादित जगह पर खुदाई की रिपोर्ट के बाद जमीनों के बंटवारे का निर्णय दिया था।
यहां बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में भी यह मसला काफी समय से है और राजनीतिक पार्टियां अपने हिसाब से इसका उपयोग करती रहीं हैं। पिछले दिनों सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से वकील के तौर पर पेश हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा था कि इस मुद्दे की सुनवाई लोकसभा चुनाव के बाद तक टाल देनी चाहिए। इस बात पर काफी हंगामा हुआ था। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने 29 अक्टूबर को इस मामले में सुनवाई की बात कही थी लेकिन उनके सेवानिवृत्त होने के बाद इसे 4 जनवरी तक टाल दिया था। उस दिन सुनवाई शुरू होते ही सुप्रीम कोर्ट ने महज कुछ सेकेंड में इसे 10 जनवरी तक टाल दिया। कोर्ट ने अब अयोध्या मसले की सुनवाई के लिए 5 जजों की बेंच का गठन कर दिया गया है और यह बेंच 10 जनवरी से सुबह साढ़े 10 बजे से इसकी सुनवाई करेगी।