नई दिल्ली । विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को एक बार फिर पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि भारत हमेशा से बातचीत के लिए तैयार रहा है, लेकिन आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ शांति बहाली के लिए बातचीत उस समय में तो बिल्कुल अच्छी नहीं लगती जब एक तरह सीमा पर जनाजे उठ रहे हों। भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा पिछले 4 सालों के दौरान किए गए कार्यों एक एक बुकलेट जारी करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और एमजे अकबर भी थे।
...ऐसे में बातचीत ठीक नहीं
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान से बातचीत के लिए भारत हमेशा से तैयार रहा है। हमने कभी नहीं कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन हम साफ कर दें कि आतंकवाद और शांति बहाली के लिए बातचीत का दौरान साथ-साथ नहीं चल सकता। आने वाले समय में पाकिस्तान में चुनाव होने जा रहे हैं। लेकिन जब सीमा पर जनाजे उठ रहे हों, तो बातचीत की आवाज अच्छी नहीं लगती।
90 हजारों फंसे भारतीयों को बचाया
मोदी सरकार में अपने मंत्रालय के पिछले 4 सालों की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि केंद्र की इस सरकार के कार्यकाल में हम लोगों ने विदेशों में फंसे 90 हजार से ज्यादा भारतीय लोगों को बचाया है। इतना ही नहीं अपनी विदेश यात्राओं के दौरान पीएम मोदी ने भी सजा पाए कई लोगों को बचाया है।
कई देशों में हमारे नेता गए ही नहीं
विदेश मंत्री ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि मुझे इस बात पर आश्चर्य होता है कि कई ऐसे देश हैं जहां की अब तक हमारे देश के नेताओं ने कोई यात्रा ही नहीं की है। हमने अपनी सरकार गठन के साथ की तय किया कि हम संयुक्त राष्ट्र में उपस्थित होने वाले सभी 192 देशों के साथ अपने संबंध सुधारेंगे। हम इन देशों के साथ मंत्री स्तर की बातचीत भी करेंगे। यह बताते हुए काफी हर्ष हो रहा है कि अब तक हमने 186 देशों के साथ अपनी बातचीत के क्रम को पूरा कर लिया है।