Saturday, May 4, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

तीन तलाक बिल पर आज राज्यसभा में होगी आर-पार की लड़ाई, पार्टियों ने नेताओं के लिए जारी किया व्हिप

अंग्वाल न्यूज डेस्क
तीन तलाक बिल पर आज राज्यसभा में होगी आर-पार की लड़ाई, पार्टियों ने नेताओं के लिए जारी किया व्हिप

नई दिल्ली। नए साल से पहले केंद्र सरकार के लिए तीन तलाक बिल को पास करवाने का सोमवार को आखिरी मौका होगा। लोकसभा में पास होने के बाद आज इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा। लोकसभा में बहुमत के बल पर केंद्र सरकार ने विपक्ष के विरोध के बावजूद इसे पास करा लिया लेकिन राज्यसभा में इसे पास कराना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी सांसदों को राज्यसभा में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है। बता दें कि लोकसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और एआईएमआईएम ने इस बिल को संयुक्त चयन समिति के पास भेजने की मांग की थी।

गौरतलब है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां इस बिल को मौजूदा स्वरूप में पास कराने का विरोध कर रहे हैं। भाजपा के साथ विपक्षी कांग्रेस ने भी सांसदों की सदन में मौजूदगी के लिए व्हिप जारी कर दिया है। बता दें कि विपक्ष बिल में तीन तलाक को आपराधिक मामला बनाने और तीन साल की सजा के प्रावधान के खिलाफ है। एनडीए सरकार ने लोकसभा में संख्याबल के आधार पर इसे पास करा लिया लेकिन राज्यसभा में पास कराना एक बड़ी चुनौती है। राज्यसभा में सांसदों की कम संख्या की वजह से ही इसे प्रवर समिति को भेजना पड़ा था। सरकार ने प्रवर समिति की कई सिफारिशों को तो स्वीकार किया, मगर इसे दिवानी मामला बनाने और सजा का प्रावधान हटाने की समिति की सिफारिश को नामंजूर करते हुए अध्यादेश जारी कर दिया था। 


ये भी पढ़ें - अब सरकार नहीं अधिकारी करेंगे योजनाओं का ऐलान, समय पर पूरा करना भी उन्हीं की जिम्मेदारी 

यहां बता दें कि लोकसभा में भी विपक्षी दलों ने इस बिल को प्रवर समिति को भेजने की मांग की थी लेकिन सरकार द्वारा इसे नामंजूर किए जाने के बाद कांग्रेस, टीडीपी, बीजेडी, अन्नाद्रमुक, टीएमसी, वाम दल, सपा, राजद, आप सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों ने मतदान का बहिष्कार किया था। बड़ी बात यह है कि अगर आज यह बिल पास नहीं होता है तो फिर नई लोकसभा के गठन का इंतजार करना पड़ेगा। ऐसे में सरकार की पूरी कोशिश होगी कि वह तीन तलाक बिल को राज्यसभा में पास करा ले। 

Todays Beets: