नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में बुधवार तड़के दो नक्सलियों को मार गिराया गया। नक्सल विरोधी अभियान के तहत मंगलवार रात डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड की टीम गश्त पर थी, तभी मिनपा गांव के पास नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। दोनों ओर से कई घंटे तक हुई गोलीबारी में दो नक्सली मारे गए। सर्च आॅपरेषन के बाद विस्फोटक, हथियार और कैंप लगाने के सामान बरामद हुए हैं। इस कार्रवाई में सुरक्षाबल का एक जवान मदकम हुरा घायल हो गया।
घायल जवान मदकम हुरा का चिंतागुफा स्थित सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के अस्पताल इलाज चल रहा है। जावन की हालत फिलहाल स्थिर है। डाॅक्टरों से उसे खतरे से बाहर बताया है। सुरक्षाबल के एक अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों के हमले का यही तरीका होता है, वे छिपकर रहते और सुरक्षाबलों को दूर से निशाना बनाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में गश्त के दौरान सुरक्षाबलेां को काफी चैकन्ना रहना पड़ता है। इसके बाद भी कई बार मुठभेड़ में हमें नुकसान उठाना पड़ जाता है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में लंबे समय से नक्सल सक्रिय हैं। वे छत्तीसगढ़ में समानांतर शासन चलाने की कोशिश में जुटे हैं। बस्तर और आसपास के इलाके में नक्सलियेां का आतंक ज्यादा है। ग्रामीणों में उनका इतना खौफ है कि उनके अत्याचार के खिलाफ कोई पुलिस में रिपोर्ट करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है। अगर कोई रिपोर्ट दर्ज कराता है तो उसको इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। बस्तर, अंबिकापुर और कुछ अन्य जिलों में घने जंगल हैं। ऐसे में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।