नई दिल्ली । भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बीच भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग कर दिया है । इस सब के बीच गुरुवार को सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारत को अपने कूटनीतिक स्तर की एक और बड़ी जीत हासिल हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद को आतंकियों की सूची से बाहर करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया है। UN की तरफ से नियुक्त स्वतंत्र लोकपाल डैनियल के. फैसियाती ने हाफिज के वकील को अपने इस फैसले की जानकारी दे दी है।
Jammu Blast LIVE - बाजार में हाहाकार मचाने की थी साजिश , बस में बाहर से फेंका गया ग्रेनेड , सेना की चेतावनी के बाद हमला
याचिका को खारिज करने के पीछे संयुक्त राष्ट्र ने पिछले दिनों भारत द्वारा यूएन को सौंप गए हाफिज सईद के खिलाफ सबूतों को आधार बनाया है। यूएन ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने के खिलाफ फ्रांस समेत अमेरिका-ब्रिटेन ने प्रस्ताव पेश किया है।
जम्मू बस अड्डे में खड़ी बस के भीतर ग्रेनेड फेंक ब्लास्ट , 26 लोग घायल, 3 की हालत गंभीर
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने 2008 के मुंबई हमले के मास्टर माइंड और जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें उसने खुद को प्रतिबंधित आतंकियों की सूची से हटाए जाने की अपील की थी। पिछले दिनों पुलवामा हमले के बाद जैश सरगना मसूद अजहर और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ कई सबूत संयुक्त राष्ट्र को सौंपे थे। भारत ने हाफिज सईद की गतिविधियों को लेकर विस्तृत सबूत यूएन को पेश किए थे। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के फैसले से हाफिज के वकील हैदर रसूल मिर्जा को इस सप्ताह अवगत करा दिया गया है।
भारतीय सेना की पाक को दो टूक, LOC पर आम लोगों को न बनाए निशाना, उकसाने पर भुगतने होंगे खतरनाक परिणाम
बता दें कि हाफिज ने 2017 में बैन के खिलाफ लाहौर स्थित लॉ फर्म मिर्जा एंड मिर्जा के जरिए अपील दाखिल की थी, तब वह पाकिस्तान में नजरबंद था। हाफिज की याचिका का भारत के साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने भी विरोध किया था।