मेरठ । नागरिकता कानून (CAA) को लेकर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) में छात्रों द्वारा हुए प्रदर्शन और हिंसा पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) ने भी एक ऐसा बयान दे डाला , जो अब चर्चा में है । अपने बयानों को लेकर उथल पुथल मचाने वाले बालियान ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छात्रों का JNU और जामिया में 10 फीसदी आरक्षण करवा दें, वह सबका इलाज कर देंगे ।
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने मेरठ में CAA को लेकर आयोजित की गई समर्थन रैली में कहा, मैं राजनाथ जी से निवेदन करूंगा, जो JNU और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में देश विरोध नारे लगाते हैं, इनका इलाज एक ही है । पश्चिमी उत्तर प्रदेश का वहां 10 फीसदी आरक्षण करवा दो, सबका इलाज कर देंगे । किसी की जरूरत नहीं पड़ने की । कोई देश विरोधी नारा नहीं लगा पाएगा । देश के खिलाफ नारा लगाने की फिर किसी की हिम्मत नहीं होगी । ये पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भूमि है.'
गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र में नागरिकता संशोधन बिल संसद में पेश किया गया था. जिसके बाद असम, मणिपुर समेत देश के कई राज्यों में इस बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होने लगे. प्रदर्शनों की परवाह न करते हुए केंद्र सरकार ने इसे लोकसभा और राज्यसभा से पारित करवा लिया. नागरिकता कानून के विरोध में जामिया के छात्रों ने प्रदर्शन किया था. दिल्ली पुलिस पर आरोप है कि पुलिस ने यूनिवर्सिटी में घुसकर छात्रों को पीटा. वहीं, इसी महीने की शुरूआत में नकाबपोश बदमाशों ने JNU में घुसकर लेफ्ट समर्थित नेताओं, छात्रों और शिक्षकों से मारपीट की. JNUSU अध्यक्ष आयशी घोष (Aishe Ghosh) को भी काफी चोटें आई थीं. पीड़ितों ने ABVP पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है.