कानपुर। उन्नाव रेप कांड के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जेल भेज दिया गया है। इसके बाद पीड़िता ने परिवार की सुरक्षा को लेकर उन्हें उन्नाव जेल से दिल्ली शिफ्ट करने की मांग की है। पीड़िता ने कहा कि अगर वे ष्हां रहेंगे तो तो उसे और उनके परिवार के लोगों को जान का खतरा बना रहेगा। उसने आरोप लगाया कि जेल के कुछ अधिकारी सेंगर के रिश्तेदार हैं और उसके परिवार को न्याय नहीं मिल पाएगा।
गौरतलब है कि सीबीआई की रिमांड खत्म होने के बाद सेंगर को उन्नाव जेल भेज दिया था। पीड़िता के परिवार का कहना है कि उन्नाव में रहते हुए वे केस को प्रभावित कर सकते हैं। पत्रकारों से बात करते हुए पीड़िता ने कहा कि ‘यह वही जेल है जहां मेरे पिता की मौत हो गई। जब तक सेंगर वहां बंद रहेंगे, हमें न्याय नहीं मिलेगा।’ बता दें कि पीड़िता ने कुलदीप सिंह को दिल्ली के जेल में ट्रांसफर करने की मांग की है। उसने कहा कि सेंगर के लोगों की तरफ से उन्हें लगातार धमकी दी जा रही है। दहशत की वजह से वह अपने घर नहीं जाना चाहती है, उसका कहना है कि विधायक उसकी हत्या करा देंगे।
ये भी पढ़ें - जेएनयू में एक बार फिर बरपा हंगामा, फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर दो छात्र गुटों में जमकर मारपीट
बता दें, उन्नाव में युवती से गैंगरेप और पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में यूपी सरकार ने सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए थे। इस मामले की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम(एसआईटी) की रिपोर्ट के आधार पर विधायक पर मामला दर्ज कर सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। कुलदीप सिंह से पूछताछ के बाद पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने वाले जिला अस्पताल के 2 इमरजेंसी मेडिकल आॅफिसर डॉक्टर डीके द्विवेदी, डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय और सीओ सफीपुर कुंवर बहादुर सिंह को निलंबित कर दिया गया है।