नई दिल्ली । उन्नाव रेप पीड़िता ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया । उसे 95 फीसदी जली हुई अवस्था में लखनऊ से दिल्ली लाया गया था , लेकिन इलाज के दौरान उनकी हालात गिरती गई और उसे बचाया नहीं जा सका । हालांकि इलाज के दौरान एक बार होश में आने पर उसने कहा कि मेरे आरोपियों को मत छोड़ा । अब से थोड़ी देर बाद उसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा । उधर, पीड़िता की बहन ने कहा कि हमारे साथ न्याय नहीं हुआ है , अभी तक कोई भी हमें सांत्वना देने तक नहीं आया है ।
बता दें कि हैदराबाद के दिशा रेप और हत्याकांड की तर्ज पर ही उन्नाव की पीड़िता को भी रेप के आरोपियों ने जिंदा जला दिया था । आरोपियों ने इस वारदात को उस समय अंजाम दिया था जब वह उन्नाव से मामले की सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी । आरोपियों ने इसे रोककर चाकू से हमला किया और फिर इसे आग के हवाले कर दिया । हालांकि उन्नाव की इस बहादुर बेटी ने 90 फीसदी जली अवस्था में भी एक किमी तक का सफर तय किया और एक शख्स का फोन लेकर खुद पुलिस को आपबीती सुनाई थी । इसके बाद पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंचे और उसका इलाज शुरू हुआ । गत गुरुवार को उसे लखनऊ से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन 90 फीसदी तक जल चुकी पीड़िता ने शुक्रवार देर रात दम तोड़ दिया ।बताया गया कि मौत से पहले जब पीड़िता को होश आया था तो उसने वहां मौजूद नर्सिंग स्टाफ से अपील की थी कि उसके आरोपियों को छोड़ा न जाए ।
घटना से आहत पीड़िता की बहन ने इस दौरान कहा कि उन्हें न्याय अभी तक नहीं मिला है । यहां तक की कोई भी राज्य सरकार का प्रतिनिधि हमें सांत्वना देने तक नहीं आया है ।
इस सब के बीच पीड़िता के परिजनों को धमकी देने की खबरें आईं, जिसे पुलिस ने खारिज कर दिया। पुलिस ने कहा कि उनके परिजनों को सुरक्षा कुछ सुरक्षा कारणों के चलते दी गई है , लेकिन परिजनों को धमकी संबंधी खबरों में दम नहीं है ।