नई दिल्ली । एक ओर जहां अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर यूपी से लेकर केंद्र सरकार की राजनीति प्रभावित हो रही है, वहीं यूपी की योगी सरकार के मंत्रियों की इस मुद्दे पर बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। अब योगी सरकार में योगी सरकार में धार्मिक कार्य और संस्कृति तथा अल्पसंख्यक विभाग के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या न्यूयॉर्क में बनेगा? मंत्री जी ने ये बयान मुस्लिम महिला सम्मेलन में शिरकत करने के दौरान दिया। मंत्री ने कहा, 'राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या न्यूयॉर्क में बनेगा? जहां भगवान राम पैदा हुए हैं, वहां मंदिर होना ही चाहिए। ये भारतवर्ष में पैदा होने वाला हर व्यक्ति मानता है... राम मंदिर अयोध्या में बनना ही चाहिए। ये बात हमने पहले भी कही थी, आज भी कहते हैं और आगे भी कहते रहेंगे।'
बता दें कि मुस्लिम महिला सम्मेलन में शिरकत करने के दौरान जब योगी सरकार में धार्मिक कार्य और संस्कृति तथा अल्पसंख्यक विभाग के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी से मंदिर निर्माण को लेकर समझौते के फॉर्मूले, और शिया पर्सनल लॉ बॉर्ड के विरोध को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने यह बयान दिया।
हालांकि इस सब के बीच ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर कोर्ट के बाहर समझौते के जरिए अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए विभिन्न मुस्लिम व अन्य संगठनों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य रहे सलमान नदवी ने श्री श्री से बात करते हुए मुसलमानों को राम मंदिर के नाम पर जमीन छोड़ देने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, 'शरियत में मस्जिद को शिफ्ट करने का प्रावधान है, मैं हिंदू-मुस्लिम एकता और उस मुद्दे को सुलझाने की बात कर रहा हूं, मैं अयोध्या में साधुओं से भी मुलाकात कर इस मसले पर चर्चा करूंगा। हालांकि, उनके इस बयान के बाद उन्हें ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड से बाहर निकाल दिया गया था।