मध्यप्रदेश। शिवरात्री यानी भगवान की अराधना का एक महत्वपर्ण और आस्था से जुडा पर्व। प्रख्यात ज्योतिषियों सहित विद्वानों का मानना है कि इस दिन शिव की पूजा करने से जीवन का हर महत्वपूर्ण सुख व्यक्ति को प्राप्त होता है। इसकी गूंज सुबह-सवेरे से देश के ज्योर्तिलिंगों में सुनाई देने लगी है। भले ही मध्यप्रदेश का ऊंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग हो या फिर उज्जैन के राजाधिराज महाकालेश्वर का अवंतिकाराज हो। इतना ही नहीं गंगा के तट पर बसे हर महादेव मंदिर में भक्तों की आस्था इस पर्व का महत्ता को बया कर रही है।
महाशिवरात्रि के अवसर पर हम एक नजर देश के जाने-माने मंदिरों पर डाले तो, कर्नाटक के कलबुरगी में ब्रह्म कुमारी में 25 फीट ऊंचे शिवलिंग को करीब 300 किलो पिजन पी से सजाया गया है। महाराष्ट्र में बाबुलनाथ मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए बढ़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे। हर-हर महादेव और जय-जय शिव शंकर के जयकारे लगाते भक्तों ने शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित किए और दूध व जल से अभिषेक किया।
राजनीति की राजधानी दिल्ली में भी भोलेबाबा के भक्तों के बीच महाशिवरात्रि का खूब उत्साह दिख रहा है। चांदनी चौक में श्री गौरी शंकर मंदिर में सुबह से ही पूजा करने के लिए भक्त मंदिर में जुटने लगे। महाशिवरात्रि के मौके पर पंजाब भी भगवान शिव के रंग में रंग गया। अमृतसर में स्थित शिवाला बाग भाईयां में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।इतना ही नहीं गंगा के किनारे बसे हर शिव मंदिर फिर चाहे वह भोले शिव का कोई भी धाम हो, बेलपत्र सहित अन्य वस्तुओं से शिव को मनाने के लिए भक्त पहुंच चुके है। यहां पवित्र नदी के जल से उनका अभिषेक कर जीवन को सुखमय बनाने का आशीर्वाद लिया जा रहा है।