नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज सोमवार को दिल्ली के उपराज्यपाल के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन में शिरकत की । इस दौरान उन्होंने कहा - दिल्ली को तानाशाही नहीं बल्कि संविधान और जनतंत्र चाहिए। जनता के हक़ के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आखिर दिल्ली के एलजी क्यों सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नहीं मानते । कोर्ट ने पूर्व में कहा कि उन्हें अकेले दिल्ली से जुड़े मामलों में फैसला लेने का अधिकार नहीं हैं , फिर क्यों वो दिल्ली की जनता की भलाई के लिए हमारे फैसलों पर रोक लगा रहे हैं । आखिर क्यों एलजी साहब दिल्ली के सरकारी टीचरों को फिनलैंड में जाकर ट्रेनिंग लेने से रोक रहे हैं। विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए केजरीवाल
बता दें कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के टीचरों को फिनलैंड में जाकर ट्रेनिंग लेने के केजरीवाल सरकार के फैसले पर एलजी द्वारा रोक लगाए जाने से गुस्साए आम आदमी पार्टी के नेता- पदाधिकारियों ने सोमवार को फिर से विरोध प्रदर्शन किया । इस दौरान सीएम केजरीवाल भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए । उन्होंने कहा - दिल्ली की चुनी हुई सरकार , दिल्ली के लोगों का Tax का पैसा , दिल्ली के बच्चों की शिक्षा , LG साहब को क्या Problem? गरीबों के बच्चों को भी अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले—सरकारी Teachers को Finland Training के लिए भेज रहे हैं , लेकिन एलजी साहब ने रोक लगा दी है । इसके विरोध में हम हम LG साहब के घर जा रहे हैं ।
पढ़ें क्या बोले केजरीवाल
दिल्ली में जितने भी बच्चे हैं , मैं उन्हें अपना बच्चा मानता हूं , दिल्ली के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए , कई लोग ऐसे हैं जिन्हें भगवान ने साधन दिए हैं , जो अपने बच्चों को विदेशों में पढ़ा रहे हैं , हम भी चाहते हैं गरीबों के बच्चे इस स्तर की शिक्षा पा सकें । इसके लिए हम अपने सरकारी स्कूलों के टीचरों को फिनलैंड भेजना चाहते हैं , ताकि वह वहां से ट्रेनिंग लेकर हमारे बच्चों की शिक्षा के स्तर में और सुधार ला सके । लेकिन एलजी साहब ने उनकी यात्रा को रोक दिया है । अब एलजी साहब क्यों रोक रहे हैं , मुझे इस बात से बहुत दुख है । मैं आपको सुप्रीम कोर्ट का आर्डर दिखाता हूं , इसमें साफ लिखा है कि एलजी को कोई भी स्वतंत्र फैसला लेने का अधिकार नहीं है । दो बार लिखा है , क्योंकि कोर्ट भी जानती है कि एलजी साहब उनका फैसला नहीं सुनेंगे । फिर भी वह टीचरों की यात्रा को रोक रहे हैं । वह कहते हैं कि मैं सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानता , ऐसे में तो लोकतंत्र कहां बचेगा । हमें दुख है कि हमें एलजी साहब के घर इसलिए जाना पड़ रहा है कि हमारे टीचरों को विदेश ट्रेनिंग के लिए जानें दें । अगर हम दिल्ली की सरकार इतना भी फैसला नहीं ले सकते तो फिर ऐसी सरकार और लोकतंत्र का क्या मतलब । एलजी साहब ने इसके अलावा कई हमारे फैसलो को रोक दिया है ।
एलजी साहब सुप्रीम कोर्ट के आदेश मानें
उन्होंने कहा कि मैं एलजी साहब के अनुरोध करूंगा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानें । एक ऐसा सलाहकार रखें जो संविधान समझता हो और उन्हें सुप्रीम कोर्ट की राय और आदेश को लेकर उनके बयान के बारे में बताए ।