नई दिल्ली । दुनिया में जारी महामारी के बीच चीन पर कोरोना वायरस को जानबूझकर फैलाने का आरोप लग रहे हैं । इतना ही नहीं अमेरिका ने तो सीधे शब्दों में चीन पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी एक जांच टीम को चीन भेजने की तैयारी कर ली है । अमेरिका ने साफ कर दिया है कि अगर कोरोना चीन की एक साजिश साबित हुआ तो उसे इसके खतरनाक नतीजे भुगतने होंगे। इसके साथ ही दुनिया के कई देशों ने भी चीन को कोरोना के लिए जिम्मेदार ठहराया है । इस सबके बीच दुनिया में #bycottchina शुरू हो गया है , जिसमें चीन के बहिष्कार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है । इसी क्रम में दुनिका की कई मल्टीनेशनल कंपनियों का चीन से मोह भंग हो गया है ।
दुनिया की कई कंपनियां अब चीन में रहकर कारोबार नहीं करना चाहतीं । ऐसी में इन कंपनियों ने अब भारत की ओर नजर की हैं । ऐसी कंपनियों की सूचना मिलने पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सक्रिय हो गई है । योगी आदित्यनाथ सरकार ने चीन छोड़कर आने वाली कंपनियों को उत्तर प्रदेश में निवेश करने का आमंत्रण दिया है । उन्होंने ऐसी कंपनियों को भरोसा दिलाया है कि उन्हें उत्तर प्रदेश में व्यापार के समुचित माहौल के साथ हर संभव सुविधा और सहूलियतें दी जाएंगी । इस सबके बीच खबर है कि दो बड़ी कंपनियों ने यमुना अथॉरिटी को आवेदन भेजा है । इनमें से एक कंपन है हुआके जो कैमरे की ऐसेसिरिज बनाती है , जबकि दूसरी कंपनी का नाम हुंसान है , जो इलेकट्रॉनिक कंपोनेंट तैयार करती है ।
बता दें कि चीन से फैले कोरोना वायरस को उसकी एक साजिश कहा जा रहा है । कई तथ्य और रिपोर्ट के आधार पर कई लोगों और संस्थाओं ने इस बात का दावा किया है कि कोरोना वायरस चीन में तैयार किया गया है । यह चीन की एक साजिश का हिस्सा हो सकता है । ऐसे में अब पूरी दुनिया चीन के इस व्यवहार से काफी गुस्सा है । पूरी दुनिया में इस वायरस के चलते पौने दो लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है । अकेले अमेरिका में 65 हजार के करीब लोगों की मौत हो गई है ।
इतना ही नहीं दुनिया के कई देशों के हजारों लोग इस वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके हैं । ऐसे में वहां के लोगों ने चीन का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है । इतना ही नहीं कई देशों ने अब चीन में रहकर काम नहीं करने का फैसला लिया है । ऐसे में चीन छोड़ कर जाने को तैयार कंपनियों को योगी सरकार ने यूपी में आने का आमंत्रण दिया है । ऐसे में हुआके और हुंसान नाम की दो कंपनियां सामने आई हैं , जो यूपी में अपने कारखाने लगाना चाहती हैं । इन कंपनियों ने यमुना अथॉरिटी को आवेदन किया है । यमुना अथॉरिटी ने भी इन दोनों कंपनियों के आवेदन स्वीकार कर लिए हैं ।
यमुना अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक , अगले सप्ताह से आवंटन की प्रक्रिया को ऑनलाइन पूरा किया जाएगा. उन्होंने बताया कि चीन छोड़कर भारत आने वाली कंपनियों के लिए निवेश का बेहतर वातावरण यूपी में मौजूद है। यूपी सरकार ने अपनी औद्योगिक नीति के तहत विदेश से आकर निवेश करने वाली कंपनियों को कई तरह की रियायतें दी गई हैं, जिनमें विदेश से आकर निवेश करने वाली कंपनियों को 25 फीसदी की लैंड सब्सिडी भी शामिल है । इसके साथ ही इन कंपनियों को और कई सुविधाएं मिलेंगी ।