लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गुरुवार को अपनी सरकार के पाच साल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया । इस दौरान वह बोले - 1947 से 2017 तक यूपी की अर्थव्यवस्था छठे- सातवें स्थान पर रहती थी , लेकिन हमारी सरकार ने इसे देश में दूसरे नंबर पर पहुंचाया है । उन्होंने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में 43 से 46 हज़ार रुपए प्रति व्यक्ति वार्षिक आमदनी थी, जो अब 94 हज़ार हो गई है । वह बोले - पिछले पांच साले में प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ है । इतना ही नहीं कोरोना स्पीड ब्रेकर की तरह हमारे सामने आया , लेकिन हमारी सरकार ने पूरी मेहनत के साथ विकास कार्य किया ।
पारदर्शी भर्तियां हुईं
योगी ने कहा, प्रदेश सरकार ने पारदर्शी प्रक्रिया के तहत भर्तियां कीं । हमने पुलिस तकनीक में वृद्धि की दिशा में काम किया । पुलिस में भारी संख्या में भर्ती नहीं हो पा रही थी, प्रमोशन नहीं हो पा रहे थे । साइबर थाने राज्य में सिर्फ दो थे । एफएसएल लैब नहीं थी । हमें फॉरेंसिक जांच के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता था , लेकिन अब राज्य के सभी 18 रीजनों में फॉरेंसिंक लैब बनाने की दिशा में काम हो रहा है । 6 लैब शुरू हो चुकी हैं ।
विड प्रबंधन में हमारा काम नजीर बना
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि कोरोना में उत्तर प्रदेश में 551 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए । इतना ही नहीं कोरोना की तीसरी लहर पर भी हमारा पूरा नियंत्रण है । भारत दुनिया के लिए कोविड प्रबबंधन के लिए नजीर बनकर सामने आया है । यूपी इस मॉडल में अग्रणी रहा । कोविड मैनेजमेंट में यूपी नंबर 1 पर रहा है ।
हमने 86 हज़ार करोड़ माफ किया
सीएम योगी ने कहा - हमने अपने इस कार्यकाल में 86 हज़ार करोड़ रुपये का किसानों का ऋण माफ किया । इससे किसानों ने राहत की सांस ली है । कोविड के बावजूद हमने बजट को 6 लाख तक पहुंचाया । साथ ही निवेश के अच्छे गंतव्य के रूप में प्रदेश ने लंबी छलांग लगाई । आज प्रदेश इज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में नम्बर 2 पर है ।
MSME सेक्टर को फिर खड़ा कियाउन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले यूपी का किसान सरकार की उपेक्षा के चलते आत्महत्या को मजबूर हुआ था। सरकारी उपेक्षा और भ्रष्टाचार के चलते यूपी का एमएसएमई सेक्टर खत्म हो गया था । हम वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट लाए और हमें लाभ मिला ।