नई दिल्ली । दिल्ली हिंसा को लेकर लगातार पुलिस की धरपकड़ जारी है । दिल्ली पुलिस ने हिंसा भड़काने और हिंसा के लिए फंडिंग जुटाने के आरोपों में पीएफआई के दो अन्य पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है । इस सब के बाद गुरुवार को पुलिस ने दावा किया कि अब तक इस हिंसा से जुड़ी 712 एफआईआर दर्ज की गई है । जबकि हिंसा से जुड़े करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है । इस सब के साथ ही दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्हें मीडियाकर्मियों से कई फुटेज मिली हैं, जिनकी जांच की जा रही है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बुधवार को इस विषय पर एक विस्तृत रिपोर्ट गृहमंत्री अमित शाह को सौंपी ।
दिल्ली पुलिस के PRO एमएस रंधावा ने गुरुवार को कहा कि पिछले दिनों मीडियाकर्मियों ने उन्हें कई फुटेज मुहैया करवाई हैं , जो दंगे के दौरान की हैं । अब पुलिस इस फुटेज को खंगाल रही है , जिसमें हिंसा करने वाले लोगों की शिनाख्त हो रही है ।
हम सभी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं, लोगों को पहचानने के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है । काफी लोग अपने बयान दर्ज कराने के लिए आगे आए हैं । हमारे पास जो तकनीकी सबूत है , उनके आधार पर पुलिस और एसआईटी अपनी कार्यवाही कर रही है ।
उन्होंने कहा कि अब तक दर्ज हर एफआईआर की जांच की जा रही है । हम उन लोगों को बिल्कुल नहीं छोड़ेंगे , जिन्होंने भी कानून को अपने हाथ में लिया है । उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जो भी निर्दोष हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।