लखनऊ । सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों अयोध्या मामले में ऐतिहासिक फैसला दिया था , जिसे लेकर खबरें आ रही थीं कि सुन्नी वक्फ बोर्ड कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिर नहीं करेगा । इस मुद्दे को लेकर बोर्ड की मंगलवार को हुई एक बैठक में 7 सदस्यों में से 6 ने एकमत होते हुए फैसला लिया कि अब पुनर्विचार याचिका अब दायर नहीं होगी । बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारुखी ने इस फैसले पर कहा कि यह फैसला हिंदू मुस्लिम एकता के लिए काफी अहम है । सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर अपना फैसला दे दिया है , जिसे अब चुनौती देना नहीं बनता था । हालांकि बोर्ड के 7 में से महज एक सदस्य ने ही पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के पक्ष में अपनी बात कही। इस दौरान मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन लेने पर बोर्ड बैठक में कोई बातचीत नहीं हुई ।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने श्रीराम जन्मभूमि विवाद मामले में अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पक्ष में फैसला सुनाया था । कोर्ट के इस फैसले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की बात कही थी , लेकिन मंगलवार को बोर्ड की हुई बैठक में 7 में से 6 सदस्यों ने अब पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं करने का फैसला लिया ।
बोर्ड के सदस्य अब्दुल रज्जाक खान ही एक मात्र ऐसे सदस्य थे जो कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के पक्षधर थे । जबकि बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारुखी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है तो अब उनके फैसले को चुनौती नहीं दी जानी चाहिए । सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने के साथ ही यह हिंदू मुस्लिम एकता के लिए भी बहुत जरूरी है ।