लखनऊ । यूपी की सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के लिए वर्ष 2020 और भी खराब हो गया है । खनन घोटाले को लेकर बीते दिन प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गायत्री प्रजापति के अमेठी वाले घर पर छापेमारी की थी । अब सामने आया है कि उनके घर से कुल 11 लाख रुपये के पुराने नोट बरामद हुए हैं । इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय को इस छापेमारी के दौरान 5 लाख रुपये के सादे स्टाम्प , डेढ़ लाख रुपये नकद और कई कर्मचारियों के नाम से खरीदी गई 100 से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज़ मिले हैं ।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के अमेठी के आवास और दफ्तर पर छापा मारा था । इस छापेमारी में ईडी को कई दस्तावेज मिले हैं । इनकी पड़ताल से सामने आया है कि गायत्री प्रजापति की लखनऊ, कानपुर, मुंबई, सीतापुर समेत छह से ज्यादा शहरों में संपत्ति है । ईडी ने दावा किया है कि यह सारी संपत्ति खनन की कमाई से बनाई गई है । ईडी के अनुसार , इस काली कमाई से कई बेनामी संपत्तियों में निवेश किया गया है । यह बेनामी संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर ली गई हैं ।
विदित हो कि प्रजापति अभी रेप के एक मामले में जेल में बंद हैं । खनन मामले में उनके खिलाफ ईडी और सीबीआई जांच कर रही है । इसी के चलते उनके और उनके रिश्तेदारों के घर छापेमारी हो रही है ।
इस मामले में जांच एजेंसियों की नजर पूर्व सीएम रहे अखिलेश यादव पर भी है । अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और 2012 से 2013 तक राज्य के खनन मंत्री रहे हैं. 2012 से 2016 के बीच अवैध खनन हुआ था ।