बेंगलुरु। कर्नाटक की राजनीति में गुरुवार को एक बड़े बदलाव के कयास तेज हो गए। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा कांग्रेस के नेता और सिंचाई मंत्री डीके शिवकुमार के आधिकारिक निवास पर मिलने पहुंच गए। दोनों की मुलाकातों के बाद राजनीति के गलियारों में इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन होने वाली है। हालांकि दोनों ही नेताओं ने इस बात से इंकार किया है। भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि लंबे समय से अटकी सिंचाई परियोजना के बारे में बात करने गए थे।
गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन वाली सरकार है। कांग्रेस के मंत्री से मिलने पहुंचे बीएस येदियुरप्पा के साथ उनके सांसद बेटे भी मौजूद थे। अचानक हुई इस मुलाकात के बाद कर्नाटक की राजनीति में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। कई नेता तो ऐसा भी कह रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर बातें हुई हैं। हालांकि बीएस येदियुरप्पा और डीके शिवकुमार दोनों ने ही इस तरह की बात से इंकार किया है।
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यहां बता दें कि बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वे काफी लंबे समय से शिमोगा के लिए लंबित सिंचाई परियोजना के सिलसिले में मिलने गए थे। बताया जा रहा है कि सिंचाई मंत्री ने वन मंत्री से सिंगनदूर पुल के काम को जल्द ही मंजूर करने की बात कही है। बीएस येदियुरप्पा के बेटे राघवेन्द्र ने कहा है यह कोई राजनीतिक मुलाकात नहीं थी। वे सिर्फ शिमोगा की सिंचाई परियोजना के सिलसिले में मिले थे और उन्होंने मंत्री से इसके लिए 2000 करोड़ रुपये की मांग की है और मंत्री ने उन्हें सकारात्मक जवाब दिया है। दोनों नेताओं की मुलाकात के समय पीडब्लूडी के अधिकारी भी मौजूद थे।