नई दिल्लीः बढ़ती महंगाई की मार धार्मिक यात्राओं पर भी पड़ सकती है। इस साल चारधाम यात्रा पर जाने वालों को पिछली बार के मुकाबले करीब 20 परसेंट अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा। इसकी वजह से डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी और वेहिकल मेंटिनेंस की बढ़ती लागत। यही नहीं, इंश्योरेंस के दामों में हो रही बढ़ोतरी का असर भी चार धाम यात्रा में देखने को मिलेगा। यात्रा से जुड़े इन अहम बिंदुओं में हो रही बढ़ोतरी के चलते संयुक्त रोटेशन यात्रा समिति ने चार धाम यात्रा का किराया बढ़ाने का फैसला लिया है।
अप्रैल से आखिरी सप्ताह से यात्रा
चार धाम यात्रा की शुरुआत अप्रैल माह के आखिरी सप्ताह से होगी। 29 अप्रैल को अक्षय तृतीया है और इसी के साथ गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के पट खोल दिए जाएंगे। बद्रीनाथ धाम के पट 6 मई को खुलने हैं। इस तरह से अप्रैल से आखिरी सप्ताह से तीर्थयात्रियों की आमद शुरू हो जाएगी। व्यवस्था ठीक से चले और किसी प्रकार की असुविधा को दूर रखने के लिए यात्रा व्यवस्था समिति ने किराए की सूची फाइनल कर दी है।
पिछले साल आए थे रिकॉर्ड यात्री
कुछ साल से चार धाम यात्रा पर आने वालों की संख्या काफी कम हो गई थी। केदारनाथ धाम में कुछ साल पहले हुई त्रासदी के बाद कम संख्या में तीर्थयात्री चार धाम यात्रा पर आ रहे थे। हालांकि पिछले साल यात्रियों ने अधिक उत्साह दिखाया और रिकॉर्ड संख्या में चार धाम यात्रा पर पहुंचे थे। इसी को देखते हुए माना जा रहा है कि इस साल भी यात्री भारी संख्या में चार धाम यात्रा पर पहुंचेंगे।